Newly Teachers Appointment Letter in MP RE-Bhopal
मध्य प्रदेश

MP में शिक्षकों को बांटे गए नियुक्ति पत्र, PM ने कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होकर शिक्षकों को दी बधाई

gurjeet kaur

हाइलाइट्स :

  • 5 हजार से ज्यादा नवनियुक्त शिक्षकों कों सौंपे गए नियुक्ति बधाई पत्र।

  • कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अपने गुरु जी के बारे में भी बताया।

  • पीएम ने शिक्षकों को दी सीखने की इस परंपरा जारी रखने की सलाह।

भोपाल, मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भारत के भविष्य निर्माण के लिए निर्मित नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसरण में 5,580 नवनियुक्त शिक्षकों को कार्यक्रम में संबोधित कर नियुक्ति बधाई पत्र सौंपे गए। कर्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रेरित करते हुए महापुरुषों का उदाहरण दिया। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में अपने शिक्षक रचनचंद जैन के बारे में भी बताया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी भी वर्चुअली शामिल हुए और शिक्षकों को उनकी नियुक्ति पर बधाई दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने दी शिक्षकों को बधाई:

प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए उन्होंने नवनियुक्त शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि, आप सभी कड़ी मेहनत से यहाँ तक पहुंचे है इसके लिए आप सब को बधाई। आगे भी सीखने की इस परंपरा को जारी रखें। इसके लिए सरकार द्वारा आपको हर संभव मदद दी जाएगी। आप सरकार वारा लॉन्च किये गए ऐप आई गॉट कर्मी का प्रयोग कर सीखने की इस परंपरा को जारी रख सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि, इस बार लाल किले की प्राचीर से मैंने विस्तार से बात की कि, किस तरह देश के विकास में राष्ट्र के चरित्र की जरुरत है। मैं आपको बहुत बहुत शुभकामनयें देता हूँ। मुझे बताया गया है कि प्रदेश भर में बीते तीन साल में 50 हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती हुई है। आप सभी बधाई के पात्र हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में बात करते हुए पीएम ने कहा कि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पारम्परिक ज्ञान और विज्ञान को सामान महत्वता दी गई है। नवीन शिक्षा नीति के तहत मातृभाषा में पढ़ाई के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया गया है। बच्चों को मातृभाषा में शिक्षा न देकर बहुत अन्याय किया गया है जिसे अब सुधारा जा रहा है।

नीति आयोग की रिपोर्ट पर पीएम ने कहा कि, आयोग की रिपोर्ट के अनुसार साढ़े 13 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से बाहर आ गए हैं। इनकम टैक्स भरने वालों की संख्या ,में बढ़ौतरी हुई है। 2014 में औसत आय 4 लाख रुपए थी वो 2023 में बढ़कर 23 लाख हो गयी। लोअर इनकम से अपर इनकम में जाने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है।

पीएम ने कहा, देश के नागरिकों का अपनी सरकार पर भरोसा बढ़ा है इसलिए नागरिक बड़ी संख्या में आगे आ रहें है। उन्हें साफ़ दिख रहा है कि भारतीय अर्थवयवस्था 10 वें से 5 वें नंबर पर पहुँच गई है। 2014 से पहले घोटालों का दौर था। आज गरीब के हक़ का सारा पैसा उसके खाते में पहुंच रहा है। सरकार गरीब कल्याण पर खर्च कर रही है। देश के कोने-कोने में इसका लाभ हुआ है। 2014 के बाद देश के कोने कोने में सर्विस सेंटर बनाये गए इससे रोजगार भी मिला।

विश्वकर्मा योजना के बारे में बात करते हुए पीएम ने कहा कि, देश में शिक्षा और रोजगार के लिए नए नए नवाचार किये जा रहें हैं। पीएम विश्वकर्मा योजना भी इसका ही एक परिणाम हैं। युवाओं को 21 वीं सदी के अनुरूप ढालने के लिए 13 हजार करोड़ खर्च किये जाएंगे। परिवारों को सहायता दी जाएगी। इनकी स्थिति को बेहतर करने का प्रयास कभी नहीं हुआ। पीएम विश्वकर्मा से देश के युवाओं को न्य रोजगार मिलेगा।

कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने अपने गुरु रचनचंद जैन के बारे में बताते हुए कहा कि, हर शनिवार को होने वाली बालसभा में गुरूजी द्वारा रामचरित मानस की 5 दोहे और चौपाई पढ़ाई जाती थी। मई धीरे पढ़ा करता था, गुरूजी मुझसे अर्थ करवाया करता थे। धीरे-धीरे मैं इसमें निपुण हो गया। गाँव में मुझे रामायण का अर्थ करवाने के लिए बुलाया जाता था। इस लिए मैं आज अच्छा वक्ता बन पाया।

मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटते हुए कहा कि, सबसे पहले सबको बधाई आप नवनियुक्त शिक्षक हैं। मैं आपका बहुत आदर करता हूँ क्योंकि आप गुरु हैं। जिसका मतलब होता है अन्धकार से प्रकाश की ओर ले जाना। बच्चों को जैसा हम गढ़ना चाहते हैं वैसा गढ़ देंगे। शिक्षक वो हैं जो आने वाली पीढ़ियों को बनाते हैं। आप इंसान बनाने वाले हैं।

मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को महापुरुषों का उदहारण देते हुए कहा कि, आदि पुरुष शंकराचार्य कहते थे शिक्षा वो है जो मुक्ति दिला दे। कौशल से परिपूर्ण बना दें। सीएम ने स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए कहा कि, विवेकानंद कहते थे शिक्षा वो है जो मनुष्य को मनुष्य बना दे। केवल अपने लिए नहीं दुसरे के लिए सोचने वाला परोपकारी मनुष्य। यह काम आसान नहीं हैं। विज्ञान की प्रगति से मिला स्मार्ट फ़ोन सम्पूर्ण दुनिया का ज्ञान देता है साथ ही गलत कार्य भी सीखा देता है। इसलिए आज इंसान को इंसान बनाने का कार्य कठिन है। शिक्षकों को अच्छा शिक्षक बनने के लिए प्रेरित करते हुए सीएम ने कहा कि, पहला भाव आप मन में लाइए कि आप आने वाला भारत और मध्यप्रदेश बनाएंगे। जी-जान लगाकर बच्चों को ज्ञान का प्रकाश और बेहतर मनुष्य बनाना है।

बीते 3 सालों में जारी किए गये नियुक्ति पत्र से सम्बंधित आंकड़ें :

  • बीते तीन सालों में स्कूल शिक्षा विभाग एवं जनजातीय कार्य विभाग में प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 49 हजार 48 पदों पर नियुक्ति आदेश जारी किए जा चुके हैं।

  • सत्र 2021-22 में स्कूल शिक्षा में 14 हजार 644 एवं जनजातीय कार्य विभाग में 6 हजार 335 शिक्षकों को नियुक्ति देकर कुल 20 हजार 979 शिक्षको की नियुक्ति की गई है।

  • सत्र 2022-23 में स्कूल शिक्षा में 11 हजार 903 एवं जनजातीय कार्य विभाग में 10 हजार 586 शिक्षकों को नियुक्ति देकर कुल 22 हजार 489 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।

  • सत्र 2023-24 में स्कूल शिक्षा विभाग में 5 हजार 498 एवं जनजातीय कार्य विभाग में 82 शिक्षकों को नियुक्ति देकर कुल 5 हजार 580 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।

  • वर्तमान सत्र 2023-24 में स्कूल शिक्षा विभाग में 15 हजार 206 पदों पर नियुक्ति की कार्यवाही प्रचलित है।

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