इंदौर, मध्यप्रदेश। देश के 2023 के आम बजट में केंद्र सरकार ने भारत देश को 2047 तक एनीमिया मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, लेकिन इसके लिए स्थानीय स्तर पर प्रयास नाकाफी दिखाई दे रहे हैं। क्योंकि देश को एनीमिया मुक्त करने के लिए स्थानीय स्तर पर प्रचार-प्रसार और स्क्रीनिंग की कमी देखने को मिल रही है। ऐसे में कोई ठोस रिकार्ड भी नहीं है कि कितने लोग एनीमिया की चपेट में। इसके लिए सरकार को व्यापक स्तर पर अधिक से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग करवाना चाहिए ताकि जल्द से जल्द एनीमिया रोगियों का रिकॉर्ड एकत्र हो और उन्हें सभी उपचार दिया जा सकें।
इंदौर में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 78.8 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 47.9 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 52.8 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 48.1 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 55.9 है।
मध्यप्रदेश में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 72.7 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 54.7 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 52.9 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 54.7 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 58.1 है। वहीं मप्र में पुरुष की बात करे तो 15 से 49 आयु के सभी पुरुषों का प्रतिशत 22.4 और 15 से 19 वर्ष के सभी पुरुषों को प्रतिशत 30.5 है।
वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक व केन्द्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद्, आयुष मंत्रालय भारत सरकार में वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉ. ए.के. द्विवेदी 25 वर्षों से अधिक समय से होम्योपैथिक चिकित्सा के माध्यम से सिकल सेल एनीमिया, अप्लास्टिक एनीमिया जैसी गंभीर रोगों का उपचार कर मरीजों को राहत दे रहे हैं। समय-समय पर कैंप लगाकर लोगों में एनीमिया की जांच की जाती है। जनवरी-फरवरी में स्कूल व गांव में की गई रेंडेमली सीबीसी जांच में चौंकाने वाले आंकड़े देखने को मिले हैं। रेंडमली सीबीसी जांच के आधार पर देखा जाए तो 11 से 40 आयु वर्ग के महिला-पुरुष व बच्चों की रिपोर्ट में गांव में आंकड़ा 50 प्रतिशत तो स्कूल में यह प्रतिशत 78.52 रहा था। जो कि एक चिंता का विषय है। डॉ. द्विवेदी के प्रयासों से ही 2023 के आम बजट में सिकल सेल एनीमिया को लेकर सरकार ने इस बीमारी से भारत को वर्ष 2047 मुक्त करने का लक्ष्य रखने की घोषणा भी की है।
इससे बच सकते हैं एनीमिया की चपेट में आने से :
डॉ. द्विवेदी ने बताया एनीमिया के लक्षण महसूस होने पर तुरंत किसी अच्छे चिकित्सक से परामर्श तो ले ही लेकिन खानपान का विशेष ख्याल रखने की जरूरत भी होती है। अपने आहार में आयरन एवं प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें। एनीमिया के दौरान प्रोटीन युक्त भोजन जैसे- पालक, सोयाबीन, चुकंदर, लाल मांस, मूंगफली, मक्खन, अंडे, टमाटर, अनार, शहद, सेब, खजूर, गुड़-चना आदि का सेवन करें जो कि आपके शरीर में खून की कमी को पूरा करता है। इन चीजों का सेवन करते रहने से आप एनीमिया की चपेट में आने से बच सकते हैं।
अप्लास्टिक एनीमिया
आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया
रक्त की लाल कोशिकाओं के आकार में बदलाव सिकल सेल की बीमारी
नॉर्मोसाइटिक एनीमिया
हेमोलिटिक एनीमिया
फैंकोनी एनीमिया
मेगालोब्लास्टिक एनीमिया
घातक रक्ताल्पता
सामान्य हीमोग्लोबिन स्तर :
पुरुष : 13.8 से 17.2 ग्राम/डीएल
महिलाएं : 12.1 से 15.1 ग्राम/डीएल
बच्चे : 11 से 16 ग्राम/डीएल
गर्भवती महिलाएं : 11 से 15.1 ग्राम/डीएल
इंदौर :
इंदौर में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 78.8 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 47.9 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 52.8 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 48.1 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 55.9 है।
खंडवा (ईस्ट निमाड़) :
खंडवा (ईस्ट निमाड़) में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 86.8 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 66.9 है जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 64.8 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 68.9 है।
खरगोन :
खरगोन में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 71.5 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 50.5 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 38.6 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 50.1 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 56.1 है।
बुरहानपुर :
बुरहानपुर में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 77.9 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 58.0 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 36.4 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 57.3 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 66.5 है।
अलीराजपुर :
अलीराजपुर में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 76.4 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 60.4 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 61.7 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 60.5 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 76.5 है।
झाबुआ :
झाबुआ में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 80.1 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 58.7 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 60.3 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 58.8 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 63.7 है।
धार :
धार में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 65.0 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 49.5 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 68.6 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 50.2 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 63.9 है।
बड़वानी :
बड़वानी में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 78.2 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 58.5 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 53.8 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 58.4 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 67.0 है।
उज्जैन :
उज्जैन में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 81.6 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 54.8 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 47.0 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 54.5 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 62.9 है।
देवास :
देवास में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 79.4 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 51.8 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 37.3 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 51.3 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 59.0 है।
रतलाम :
रतलाम में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 74.0 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 59.4 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 61.7 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 59.5 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 60.5 है।
शाजापुर :
शाजापुर में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 76.1 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 45.9 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 44.5 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 45.8 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 51.4 है।
आगर मालवा :
आगर मालवा में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 71.6 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 59.5 है जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 59.2 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 56.4 है।
मंदसौर :
मंदसौर में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 65.4 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 57.0 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 45.8 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 56.7 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 56.4 है।
नीमच :
नीमच में 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया का प्रतिशत 77.2 है। 15 से 49 वर्ष की नॉन प्रेग्नेंट महिलाओं का प्रतिशत 50.6 है तो गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 42.0 है। जबकि 15 से 49 आयु वर्ग की सभी महिलाओं का प्रतिशत 50.3 है और 15 से 19 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रतिशत 57.7 है।
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