हाइलाइट्स :
साल 1997 में मोहन यादव भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश समिति के सदस्य बने।
विधानसभा चुनाव 2023 में मोहन यादव तीसरी बार विधायक बने।
यादव पिछली सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे।
मध्यप्रदेश। विद्यार्थी परिषद की नर्सरी से पढ़कर निकले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा में परिपक़्व हुए उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव और अब मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री राजनीति की नई इबारत लिखेंगे। संघ की शाखा से निकले मोहन यादव मध्यप्रदेश के 19 वें और भारतीय जनता पार्टी और जनता पार्टी मिलाकर, से आठवें मुख्यमंत्री के रूप में जल्द ही शपथ लेंगे। उनके शपथ ग्रहण समरोह को तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। यादव पिछली सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र नेता के रूप में की थीं। विद्यार्थी परिषद में उज्जैन नगर मंत्री रहते हुए उन्होंने कई छात्र आंदोलन किये।
मोहन यादव के राजनीतिक जीवन की शुरुआत साल 1982 में हुई थी। इस साल वे माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव बने थे। इसके दो साल बाद यानी साल 1984 में वे माधव विज्ञान महाविद्यालय के अध्यक्ष बने। साल 1984 में उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री का प्रभार मिला। इसके बाद वे मध्यप्रदेश, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सहमंत्री रहे और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे। तमाम पदों पर रहने के बाद मोहन यादव का नाता संघ से जुड़ा। उन्होंने 1993 से 1995 तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) उज्जैन के सह खंड कार्यवाह के रूप में अपने सेवाएं दी।
RSS में विभिन पदों पर रहने के बाद उन्हें अब रक और बड़ी जिम्मेदारी मिली। साल 1997 में इस बार उन्हें भाजपा युवा मोर्चा की प्रदेश समिति में जगह मिली। इसके एक साल बाद 1998 में वे पश्चिम रेलवेबोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने। साल 2004 से 2010 तक मोहन यादव को एक और बड़ी जिम्मेदारी मिली। इस दौरान मोहन यादव को उज्जैन विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया गया।
साल 2013 में पहली बार बने विधायक :
मोहन यादव साल 2013 में पहली बार विधायक बने थे हालांकि, इसके पहले यानी साल 2011 से 2013 तक वे मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) भी बने थे। इसके बाद साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भी उन्हें जीत हासिल हुई। साल 2020 में भाजपा की सरकार बनने पर उन्हें मंत्री बनाया गया। विधानसभा चुनाव 2023 में वे तीसरी बार विधायक बने। उन्होंने कांग्रेस के चेतन प्रेमनारायण यादव को 12 हजार 941 मतों से हराकर उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी।
58 साल के मोहन यादव का जन्म उज्जैन में 25 मार्च, साल 1965 में हुआ था। मोहन यादव की पत्नी का नाम सीमा यादव है। इनके 2 पुत्र और 1 पुत्री हैं। मोहन यादव की शैक्षणिक योग्यता - बीएससी, एलएलबी, एमए (राजनीतिक विज्ञान), एमबीए, पीएचडी है। मोहन यादव कुल 42 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। उन पर 9 करोड़ रुपए का कर्ज है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।