आईजी के निर्देश पर कंपनी डायरेक्टर पर एफआईआर Prafulla Tiwari
मध्य प्रदेश

ऑक्सीजन प्लांट से निकल रही हवा, आईजी के निर्देश पर कंपनी डायरेक्टर पर एफआईआर

होशंगाबाद, मध्यप्रदेश, होशंगाबाद के न्यू पाण्डेय हॉस्पिटल के साथ उज्जैन की बॉयोफ्यूल कंपनी के संचालन ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने के नाम पर 28 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है, केस दर्ज।

Prafulla Tiwari

होशंगाबाद, मध्यप्रदेश। एक तरफ पूरा प्रदेश कोरोना की तीसरी लहर से कांप रहा है। दूसरी तरफ ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे निजी अस्पताल संचालक जैसे-तैसे ऑक्सीजन की प्रतिपूर्ति के लिये अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर रहे हैं। जिसमें कुछ कंपनियां फर्जी मशीनें लगाकर अस्पताल प्रबंधन के साथ धोखाधड़ी करने से भी बाज नहीं आ रहीं हैं।

ताजा मामला शहर के प्रतिष्ठित न्यू पाण्डेय हॉस्पिटल का सामने आया है। न्यू पाण्डेय हॉस्पिटल के साथ उज्जैन की बॉयोफ्यूल कंपनी के संचालन ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने के नाम पर 28 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। न्यू पाण्डेय हॉस्पिटल के डा. अपूर्व पाण्डेय की रिपोर्ट पर पुलिस ने उज्जैन मक्सी रोड सरयू निवासी हेमंत मराठा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मालूम हो कि डॉ. अपूर्व पाण्डेय ने होशंगाबाद रेंज की आईजी दीपिका सूरी से मिलकर पूरे मामले से अवगत कराया था। कोरोना की तीसरी लहर एवं मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी दीपिका सूरी ने तत्काल पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरन सिंह को एफआईआर करने के निर्देश दिये। आईजी के निर्देश के बाद कोतवाली पुलिस ने हेमंत माराठा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।

न्यू पाण्डेय हॉस्पिटल में 34 लाख की लागत से लगाया था ऑक्सीजन प्लांट :

जानकारी के अनुसार मेसर्स हनी बायोफ्यूल प्रा. लि. के डायरेक्टर उज्जैन निवासी हेमंत मराठा ने न्यू पाण्डेय हास्पिटल में 30 अप्रैल 2021 को अस्पताल में 34 लाख की लागत से ऑक्सीजन प्लांट लगाया था। प्लांट में घटिया किस्म की आधी-अधूरी मशीनें लगाकर प्लांट को चालू कर दिया था, जिसका अस्ताल प्रबंधन ने करीब 28 लाख रुपये भुगतान भी कर दिया गया। लेकिन प्लांट से शुद्ध ऑक्सीजन न मिलते हुए सिर्फ हवा निकल रही है, जो मरीजों के लिये हानिकारक साबित हो सकती है। इसको लेकर डा. अपूर्व पाण्डेय द्वारा कई बार डायरेक्टर हेमंत मराठा को अवगत कराया, और प्लांट को पूरा करने के लिये कहा, लेकिन मराठा द्वारा लगातार साढ़े चार लाख रुपये की मांग करते हुए प्लांट चालू करने में आनाकानी की जा रही थी। जबकि अस्पताल प्रबंधन 28 लाख रुपये का भुगतान कर चुका था। प्लांट पूरी तरह सही करने के बाद बाकी के साढ़े चार लाख रुपये देने की बात कही जा रही थी।

आखिर में न्यू पाण्डेय हास्पिटल संचालक डा. नरेन्द्र पाण्डेय और डा. अपूर्व पाण्डेय ने पूरे मामले से आईजी दीपिका सूरी को अवगत कराया और दीपिका सूरी ने होशंगाबाद और उज्जैन के एसपी से चर्चा करते हुए मामले को गंभीर बताया और निपष्पक्ष जांच के बाद एफआईआर के निर्देश दिये। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने मेसर्स हनी बायोफ्यूल प्रा. लि. के डायरेक्टर उज्जैन निवासी हेमंत मराठा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया है। पाण्डेय हास्पिटल के डा. अपूर्व पाण्डेय ने बताया- कंपनी द्वारा घटिया मशीनें लगाकर और आधा-अधूरा का काम प्लांट को चालू कर दिया, जिसमें प्योर आक्सीजन नहीं मिल रही है, ऐसे में गंभीर मरीजों को इससे नुकसान हो सकता है। कंपनी डायरेक्टर से कई बार अक्सीजन प्लांट को सही करने कहा लेकिन वह आनाकानी कर रहा था। मामले को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया, इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई है।

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