मध्यप्रदेश। जहां कल प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) ने भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा के आयोजित सम्मेलन में किसानों को उनके अधिकारों की अलख जगाते हुए कई बातें कहीं है। वहीं अब कृषि मंत्री कमल पटेल मुस्तैद होकर नायक फिल्म के हीरो की तरह छापामार कार्रवाई कर रहे हैं। बता दें, कृषि मंत्री कमल पटेल अचानक से मूंग उपार्जन केंद्र खरीदी केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे हैं।
जिले में विभिन्न मूंग उपार्जन केंद्रों पर छापा मारकर औचक निरीक्षण :
मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को कमल पटेल ने हरदा जिले में विभिन्न मूंग उपार्जन केंद्रों पर छापा मारकर औचक निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस बीच उन्होंने किसानों से बातचीत भी की, उन्होंने किसानों से संवाद करते हुए कहा कि 100 में से 90 किसान छोटे है, इसलिए सरकार छोटे किसानों की चिंता कर रही है। उनकी फसल की खरीदी पहले की जा रही है।
कमल पटेल ने किया ट्वीट-
कृषि मंत्री कमल पटेल ने ट्वीट कर लिखा- ग्राम कड़ोला, हरदा स्थित मां रेवा, मां नर्मदा, मां अमृता वेयर हाउस पहुंचकर मूंग खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया और किसानों से बात की।
कमल पटेल ने कहा कि, पहले गेहूं की फसल आने के बाद चना, सरसों, मसूर फसल की खरीदी होती थी, लेकिन केंद्र में PM मोदी और CM शिवराज और मेरे कृषि मंत्री बनते से ही हमारी सरकार ने निर्णय लिया कि, गेहूं की फसल के पूर्व चना, सरसों, मसूर फसलों की खरीदी समर्थन मूल्य पर सरकार करेगी, ताकि इन फसलों का उत्पादन करने वाले किसानों को उनका उचित दाम मिल सके। सरकार ने खरीदी की लिमिट को भी बढ़ाया है, जिस से 10 हजार करोड़ से ज्यादा राशि का फायदा किसानों को हुआ है।
मंत्री पटेल ने फसल की गुणवत्ता के लिए किसान को दिया धन्यवाद
वही मंत्री पटेल ने फसल की गुणवत्ता के लिए किसान को धन्यवाद दिया। किसान ने बताया कि उन्होंने 26 एकड़ में मूंग की फसल उगाई थी जिससे उन्हें 130 क्विंटल मूंग फसल की पैदावार हुई है। सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी करने से उन्हें इस बार लगभग पौने तीन लाख रुपए का अतिरिक्त लाभ मिला है।
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