जयारोग्य अस्पताल  RE
मध्य प्रदेश

संभागायुक्त से भेंट वार्ता के बाद कर्मचारी खुश, डॉक्टरों के चेहरे मुरझाये

वन टू वन चर्चा के लिए संभागायुक्त ने सबसे पहले आईएमए के पदाधिकारियों को बुलाया और उनसे पत्र के संबंध में चर्चा की। इसके बाद एमटीए और उसके बाद जूड़ा पदाधिकारियों से बात की।

Author : Manish Sharma

ग्वालियर,मध्यप्रदेश। जयारोग्य अस्पताल अधीक्षक डॉ.आरकेएस धाकड़ के खिलाफ बुधवार को हुए प्रदर्शन के बाद संभागायुक्त दीपक सिंह ने गुरूवार को विभिन्न संगठनों और डॉक्टरों को बुलाया। उनके साथ वन टू वन चर्चा की गई। उन्होंने सभी पक्षों को सुना और विभागाध्यक्षों के साथ बैठक कर उनकी समस्यायें पूछीं। साथ ही उनके समाधान का आश्वासन दिया। संभागायुक्त के साथ ही चर्चा के बाद बाद कर्मचार खुश दिखे और डॉक्टरों के चेहरे मुरझाये हुए से नजर आये। 

संभागायुक्त कार्यालय पर कमिश्नर दीपक सिंह ने विभिन्न  संगठनों से उनका पक्ष जानने के लिए बुलाया। वन टू वन चर्चा के लिए संभागायुक्त ने सबसे पहले आईएमए के पदाधिकारियों को बुलाया और उनसे पत्र के संबंध में चर्चा की। इसके बाद एमटीए और उसके बाद जूड़ा पदाधिकारियों से बात की। इन सब का पक्ष सुनने के बाद संयुक्त मोर्चा के कर्मचारी और नर्सेस ने उन्हें अपनी सारी समस्यायें सुनाई और कार्रवाई की मांग की। इस पर कमिश्नर ने उन्हें आश्वासन दिया है कि रिपोर्ट तैयार होने के बाद इसमें जो भी दोषी पाया जायेगा । उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

संभागायुक्त ने विभागाध्यक्षों से की चर्चा

हजार बिस्तर अस्पताल को लेकर सम्भागायुक्त दीपक सिंह ने गुरूवार को महाविद्यालय के समस्त विभागाध्यक्षों के साथ ही बैठक बुलाई और व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की। बैठक में जब सम्भागायुक्त ने विभागाध्यक्षों से परेशानी पूछी तो अधिकांश ने सफाई, सुरक्षा, पार्किंग और फर्नीचर न होने की बात कही।  सफाई व्यवस्था व सीवर के विषय पर चर्चा के दौरान सामने आया कि स्ट्रेक्चर ठीक नहीं है, जिस कारण आए दिन सीवर व शोचालय चौक हो रहे हैं। इसी तरह सफाई को लेकर प्रबंधन द्वारा बताया गया कि कर्मचारियों की मांग की गई है, लेकिन अभी तक सफाई कर्मचारी नहीं मिले हैं, जिस कारण परेशानी हो रही है। इस पर सम्भागायुक्त ने ओटोनोमस से कर्मचारियों को रखने पर चर्चा की।

इसी तरह पार्किंग को लेकर चिकित्सकों ने बताया कि अस्पताल की पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। परिसर में पार्किंग को लेकर कोई जगह चिंहित नहीं की गई है। ऐसे में गर्मी के समय बहुत ज्यादा परेशानी खड़ी हो सकती है। जिसको लेकर अधिष्ठाता डॉ. अक्षय निगम ने बताया कि जल्द ही पार्किंग को लेकर मार्किंग कराई जा रही है। वहीं फर्नीचर को लेकर सम्भागायुक्त ने निर्देश दिए कि पहले पुराने फर्नीचर की मरम्मत करा ली जाएगी, जिसके बाद जो भी जरूरी हो, उसकी डिमांग विभागाध्यक्षों द्वारा भेजी जाए।

कलेक्टर के पत्र का किसी ने नहीं किया विरोध

कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने हजार बिस्तर अस्पताल के लिए एक कमेटी का गठन किया है। लेकिन, उनके इस आदेश का विरोध करने की संभागयुक्त के सामने किसी की हिम्मत नहीं हो सकी। जबकि तत्कालीन कलेक्टर अनुराग चौधरी ने पूर्व में एक आदेश जारी कर दिया था, उसका चिकित्सकों ने जमकर विरोध किया था। इस बार इस आदेश का कोई विरोध नहीं दिख रहा। 

इनका कहना है

हां, मैंने कर्मचारी-नर्सेस और विभिन्न संगठनों को बुलाया था। उनका पक्ष सुना है। अभी किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की है। किस पर कार्रवाई होगी किस पर नहीं यह तो आने वाले समय में पता चलेगा।  - दीपक सिंह, संभागायुक्त 

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