मध्यप्रदेश। एमपी में बच्चों की जान के दुश्मन बने बोरवेल! एमपी के कई जिलों में बोरवेल के गड्ढे में गिरने से कई बच्चों की जान जा चुकी है।हाल ही में विदिशा से भी बच्चे की मौत हो गई थी। ऐसे में अब मध्य प्रदेश में बोरवेल को खुला छोड़ने के खिलाफ कानून और सख्त होने जा रहा वही कलेक्टर ने खुले बोरवेल की सूचना देने पर पुरस्कार की घोषणा की है।
कलेक्टर की पहल, खुले बोरवेल की सूचना देने पर इनाम
मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में एक नई पहल शुरू की गई है। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने मीडिया से संवाद करते हुए उन्हें बताया कि यदि कहीं खुला हुआ बोरवेल पाया जाता है जिसकी सूचना जनसामान्य से प्राप्त होती है तो उन्हें नगद ईनाम राशि प्रदाय की जाएगी और सूचनाकर्ता का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
कलेक्टर की अपील
खुले में बोरवेल छोड़ने वालों को चेतावनी देते हुए कलेक्टर ने दंडात्मक कार्रवाई व जेल जाने से बचने हेतु स्वयं आगे आकर बोरवेलों को स्थाई रूप से बंद करने की अपील की है। वही डीआईजी डॉ मोनिका शुक्ला ने आमजनों एवं कृषकों से अपील की है कि वह अपने खेत में बोरवेल को खुला हुआ ना छोड़ें।
बता दें, बीते दिनों विदिशा जिले में 60 फीट गहरे खुले पड़े बोरवेल में गिरे सात वर्षीय लोकेश अहिरवार को नहीं बचाया जा सका था, 24 घंटे तक चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद उसका शव ही बाहर आया था। इस मामले में मुख्यमंत्री ने मासूम बालक की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। वहीं, कलेक्टर ने बताया कि खेत में बोरवेल खुला छोड़ने वाले किसान के खिलाफ सरकारी नियमों के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।