हाइलाइट्स :
घटना के बाद क्षेत्र में सुरक्षा बल तैनात है।
मोहम्मद शफ़ी को किया गया सुपुर्द-ए-खाक।
सभी ने नम आँखों से दी मोहम्मद शफ़ी को विदाई।
जम्मू-कश्मीर। बारामूला में आतंकियों द्वारा की गई फायरिंग में सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफ़ी की मौत हो गई थी। इसे लेकर जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि, इस बर्बर कृत्य के लिए जिम्मेदार कायरों को बख्शा नहीं जाएगा। मोहम्मद शफ़ी को रविवार दोपहर सुपर्द - ऐ - ख़ाक किया गया है। घटना के बाद उनके परिवार के लोग सदमें हैं। आतंकियों ने मोहम्मद शफ़ी पर फायरिंग तब की जब वे मस्जिद में अजान पढ़ने गए थे। इस घटना के बाद क्षेत्र में सुरक्षा बल तैनात है।
एलजी मनोज सिन्हा ने ट्वीट करते हुए कहा, "सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफी मीर पर मस्जिद में अजान देते समय हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले पर दुख शब्दों से परे है। इस बर्बर कृत्य के लिए जिम्मेदार कायरों को बख्शा नहीं जाएगा। दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के लिए मेरी संवेदनाएं।"
72 वर्षीय सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफ़ी पर आतंकवादियों ने गेंटमुल्ला, शीरी बारामूला में मस्जिद में अज़ान पढ़ते समय फायरिंग की थी। गोली लगने की वजह से उनकी जान चली गई। इसके बाद पूरे इलाके को घेर कर लोगों से पूछताछ बभी की गई थी। मोहम्मद शफ़ी को जब सुपुर्द-ए-खाक किया जा रहा था उस समय भारी संख्या में लोग मौजूद थे। सभी ने नम आँखों से उन्हें विदाई दी।
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