दोनों देशों के बीच अद्भुत आपसी लगाव एवं व्यापारिक संबंध आने वाले वर्षों में और भी अधिक मजबूत होंगे।
महात्मा गांधी ने अपना पहला पाठ अफ्रीका में ही सीखा था।
हमने अपनी-अपनी अर्थव्यवस्थाओं को सफलतापूर्वक उपनिवेशवाद से मुक्ति दिलाई है।
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को यहां भारत-तंजानिया निवेश फोरम की बैठक में तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन का स्वागत करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच मित्रता को अब रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ा दिया गया है और इससे दोनों देशों के बीच अद्भुत आपसी लगाव एवं व्यापारिक संबंध आने वाले वर्षों में और भी अधिक मजबूत होंगे।
पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘वैश्विक दक्षिण’ को एक मंच पर लाने के बड़े हिमायती हैं। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में भारत-अफ्रीका साझेदारी काफी फली-फूली है और प्रधानमंत्री मोदी ने अफ्रीकी संघ को जी20 का पूर्ण सदस्य बनाने के लिए सहमति बनाने का जो प्रयास किया, वह आखिरकार सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।
पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो आधुनिक एवं जीवंत देशों के बीच इस साझेदारी को एक अत्यंत निर्णायक और महत्वपूर्ण रिश्ते के रूप में देखते हैं जो समावेशी एवं सतत विकास के लिए अफ्रीका और भारत के दो अरब लोगों की भलाई के लिए काम करेगी।
पीयूष गोयल ने बताया कि दोनों देशों का समृद्ध इतिहास रहा है एवं हमारे संबंध दशकों पुराने हैं और यह देखते हुए कि महात्मा गांधी ने अपना पहला पाठ अफ्रीका में ही सीखा था। पीयूष गोयल ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता संग्राम में बहुत समानता है, हमने गुट-निरपेक्ष राष्ट्रों के रूप में आपस में मिलकर काम किया है और हमने अपनी-अपनी अर्थव्यवस्थाओं को सफलतापूर्वक उपनिवेशवाद से मुक्ति दिलाई है। उन्होंने कहा कि अब एक-दूसरे के साथ हमारा महत्वपूर्ण जुड़ाव हैं और हम निवेश से लेकर स्टार्टअप्स तक, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से लेकर व्यवसाय और व्यापार तक पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें व्यापक संभावनाएं हैं और हमारे समस्त कारोबारी इस रिश्ते को आगे बढ़ाने, विस्तार करने और दोनों ही देशों में नौकरियों एवं उद्यमियों के लिए वास्तव में अवसर प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता से दोनों देशों को सही मायनों में गौरवान्वित करेंगे।
पीयूष गोयल ने कहा कि भारत विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि शिक्षा, कौशल विकास, क्षमता निर्माण, संस्कृति, ऊर्जा, जलवायु कार्रवाई, स्थानीय मुद्राओं में व्यापार निपटान और प्रौद्योगिकी में तंजानिया के साथ साझेदारी करेगा। उन्होंने कहा कि भारत ने तंजानिया में अवसंरचना का विकास और जनोपयोगी सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अधिकतम स्वीकृत ऋण देने की पेशकश की है।
पीयूष गोयल ने कहा कि तंजानिया पूरे अफ्रीका में भारत का सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है एवं हम इसे एक और तेजी से बढ़ती विकास गाथा बनाने के लिए तत्पर हैं। पीयूष गोयल ने कहा कि हम पारस्परिक खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ फार्मा क्षेत्र और नए एवं उभरते अंतरिक्ष क्षेत्र में आपस में मिलकर काम कर सकते हैं।
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