हाइलाइट्स :
भारत और रूस विदेश मंत्री की 7वीं मुलाकात।
मेड इन इंडिया कार्यक्रम का रूस ने किया समर्थन।
वाइब्रेंट गुजरात बैठक में रूस की भागीदारी पर जोर।
नई दिल्ली। भारत विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच बुधवार को द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस वार्ता में UNSC की स्थाई सदस्यता से लेकर मुक्त व्यापार और रक्षा के मुद्दों पर चर्चा हुई। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने जनवरी की दूसरी छमाही तक यूरेशियन आर्थिक संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा किए जाने पर सहमती जताई है वहीं रूस के विदेश मंत्री ने भारत सरकार की पहल मेड इन इंडिया को समर्थन देने की बात कही है।
वाइब्रेंट गुजरात बैठक में रूसी भागीदारी की उम्मीद करते हैं हम :
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री के साथ जॉइंट स्टेटमेंट में कहा कि, "हमारे रिश्ते बहुत मजबूत, बहुत स्थिर रहे हैं और मुझे लगता है कि, हम एक रणनीतिक साझेदारी पर खरे उतरे हैं। इस साल हम पहले ही 6 बार मिल चुके हैं और यह हमारी 7वीं मुलाकात है। हमारे प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पुतिन भी लगातार संपर्क में हैं। हम जनवरी में वाइब्रेंट गुजरात बैठक में एक मजबूत रूसी भागीदारी की उम्मीद करते हैं।
वहीं रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि, 'हमने भारत के साथ बहुपक्षीय सहयोग पर ध्यान दिया है। संयुक्त राष्ट्र में, रूस, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का स्थायी सदस्य बनने की भारतीय आकांक्षा का समर्थन करता है। हम मेड इन इंडिया कार्यक्रम में सैन्य उत्पादों का उत्पादन करने की भारत की पहल का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।'
भारत - रूस संबंध बहुत स्थिर, बहुत मजबूत :
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि, 'भारत - रूस संबंध बहुत स्थिर और मजबूत बने हुए हैं। हमने इस तथ्य की सराहना की कि, हमारा व्यापार अब तक के उच्चतम स्तर पर है। हमने पिछले साल 50 अरब डॉलर का कारोबार पार कर लिया है। हमें इस साल इससे अधिक होने की उम्मीद है। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि, रूस और भारत के बीच व्यापार समबन्ध संतुलित और टिकाऊ हैं।'
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।