भारत: देश की धरोहर और प्रेम के प्रतीक ताज महल भी कर्जदार की लिस्ट में शामिल हो गया हैं, नगर निगम ने ताजमहल के नाम एक नोटिस जारी किया है जिसमे पानी और प्रॉपर्टी टैक्स देना बकाया है और ये धनराशि बढ़ते-बढ़ते करोड़ो में पहुंच गई है। इतिहास मे यह पहली बार हो रहा है की किसी ऐतिहासिक धरोहर को बकाया टैक्स के लिए नोटिस दिया गया हो।
सफेद संगमरमर का एक मकबरा, ताजमहल 1631 और 1648 के बीच अपनी पत्नी मुमताज की याद में आगरा में यमुना के तट पर मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा बनवाया गया था। Unqiue कृति एक विरासत स्थल है। अंतरराष्ट्रीय निकाय ने 1982 में इसे एक विरासत स्थल घोषित किया। दुनिया के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक हैं। हर साल देश- विदेश से लगभग 1 लाख से अधिक लोग ताजमहल देखने आते हैं।
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एसएसआई) के अफसरों ने इन नोटिस और बिल को बड़ी चूक बताया है। कहा है कि ये गलती से पहुंच गए हैं और जल्द ही इनका जवाब दिया जाएगा।
इस बीच, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, आगरा (एएसआई) के अधिकारियों के अनुसार, गृहकर का एक नोटिस एत्माद्दौला स्मारक को भी भेजा गया है। संरक्षित स्मारक एत्माद्दौला को यह नोटिस एत्माद्दौल फोरकोर्ट के नाम से भेजा गया है। इस संबंध में पूछे जाने पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग में अधीक्षक डॉ. राजकुमार पटेल ने बताया कि ताजमहल और एत्माद्दौला के संबंध में भेजे गये नोटिस का जवाब देकर स्थिति स्पष्ट की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ताजमहल और एत्माद्दौला राष्ट्रीय स्मारक है और यह केंद्र और राज्य सरकार की संपत्ति हैं। उन्होंने संभावना जताई कि नगर निगम द्वारा कर गणना के लिये लगाई गयी एजेंसी की गलती से ऐसा हुआ होगा। पुरातत्व विभाग नगर निगम को जवाब भेजकर स्थिति स्पष्ट कर देगा। इस बाबत सहायक नगर आयुक्त सरिता सिंह ने बताया, “साईं कंस्ट्रक्शन कंपनी को गृह कर गणना की जिम्मेदारी दी गयी है। गूगल मैपिंग के चलते कुछ जगह गड़बड़ी पता चली है। इसकी जांच करायी जा रही है।”
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