Monsoon 2022 : दक्षिण पश्चिम मानसून से तबाही मची हुई है और जोरदार बारिश के कारण गुजरात और तेलंगाना जैसे राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस दौरान दक्षिण और मध्य गुजरात के कई हिस्सों में कुछ नदियों का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में पानी भर जाने से बाढ़ जैसे हालात हो गए है।
भारी बारिश के कारण आई बाढ़ :
बताया जा रहा है कि, दक्षिण और मध्य गुजरात के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आ गई है और तापी जिले के पंचोल और कुम्भिया गांवों को जोड़ने वाला पुल बह गया। तो वहीं, अधिकारियों ने जानकारी दी है कि, ''विभिन्न निचले इलाकों में भरे पानी के चलते 1,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।'' मौसम विभाग द्वारा दक्षिण गुजरात के डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में अगले पांच दिन में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। इसे देखते हुए स्कूल-कॉलेज बंद रखने की इजाजत दी गई है।
निचले इलाकों में बाढ़ :
अधिकारियों ने बताया कि, "ओरसांग नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद वलसाड के कुछ निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। कावेरी और अंबिका नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, इसलिए नवसारी जिले के अधिकारी भी अलर्ट पर हैं।'' इधर, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर के जिला कलेक्टरों के साथ बैठक कर छोटाउदेपुर समेत दक्षिण गुजरात में भारी बारिश के कारण पैदा हुए हालात से निपटने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की।
तेलंगाना में नदियों का जलस्तर बढ़ा :
तेलंगाना राज्य में भी भारी बारिश ने कहर बरपा रखा है, जिसके कारण गोदावरी और कृष्णा नदियों का जलस्तर बढ़ने के बाद नदियों के फल्ड गेट उठाए गए। इतना ही नहीं हैदराबाद, उस्मानसागर और हिमायतसागर में जुड़वां जलाशयों के शिखा द्वार भी कल शाम उठाए गए, बारिश के कारण उत्तरी तेलंगाना में कुछ स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। इस दौरान आईएमडी ने बारिश के चलते 13 जुलाई तक रेड अलर्ट जारी करा है।
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