VC Najma Akhtar Social Media
दिल्ली

JMI में हुए हिसंक प्रदर्शन पर कुलपति नजमा अख्तर का बड़ा बयान

नागरिकता कानून के खिलाफ हुए उग्र विरोध प्रदर्शन के बारे में JMIU की कुलपति नजमा अख्तर ने आज इस घटना पर अपना बयान देते हुए यह बात कही...

Priyanka Sahu

राज एक्‍सप्रेस। जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (JMIU) में नागरिकता कानून के खिलाफ हुए उग्र विरोध प्रदर्शन के बारे में हाल ही में JMIU की कुलपति नजमा अख्तर (VC Najma Akhtar) ने आज सोमवार को इस घटना की जानकारी को लेकर उनका बयान सामने आया है।

क्‍या बोलीं कुलपति नजमा?

जामिया यूनिवर्सिटी में हुए प्रदर्शन को लेकर कुलपति नजमा अख्तर का कहना है कि, ''पुलिस ने बिना इजाजत यूनिवर्सिटी में घुसकर तोड़फोड़ की। लाइब्रेरी में बैठे छात्रों पर लाठियां चलाईं। इसमें 200 छात्र जख्मी हुए हैं। हम यूनिवर्सिटी में पुलिस के घुसने के खिलाफ एफआईआर कराएंगे। हम चाहेंगे कि इस पर उच्चस्तरीय जांच हो।"

छात्र अफवाहों पर भरोसा न करें :

इस दौरान कुलपति नजमा अख्तर द्वारा यह भी बताया गया है कि, ''पुलिस की कार्रवाई से जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का विश्वास हिल गया है और यूनिवर्सिटी को बहुत नुकसान पहुंचा है।'' साथ ही उन्होंने यह अपील भी की है कि, छात्र अफवाहों पर भरोसा न करें। यूनिवर्सिटी के किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई, ये अफवाह है।

जामिया को टारगेट न किया जाए :

कुलपति नजमा अख्तर ने अपने बयान में यह प्रतिक्रिया भी दी है कि-

मुझे लगता है कि, आने वाले समय में भी भीड़ जामिया की सड़क से ही जाएगी, इसलिए हम चाहते हैं कि एक बायपास बने। जामिया को सिक्योर करने के लिए बगल वाली रोड हमें दे दी जाए। जामिया को टारगेट न किया जाए। यह नेशनल मूवमेंट से निकली यूनिवर्सिटी है। यह इश्यू पूरे इंडिया में हो रहा है, लेकिन नाम हर जगह जामिया का आ रहा है।

पुलिस जबरन लाठियां चलाने लगी :

इस दौरान कुलपति ने यह बात भी बताई कि, शुक्रवार को पहली बार जामिया के बच्चों ने अपने जुलूस निकाले, फिर टीचर्स ने, जो लोग बाहर से आ रहे थे, उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने जामिया के गेट पर बैरिकेड्स लगा दिए थे। हमने उन्हें बैरिकेड्स लगाने से रोका था, कुछ बाहरी लोग कैंपस में घुस गए थे। उसके पीछे पुलिस अंदर गई। हम सब अंदर बैठे थे कि, अगर पुलिस आएगी तो हम उनकी मदद करेंगे, लेकिन वे जबरन ही लाठियां चलाने लगे। वह मुझसे पूछते, रजिस्ट्रार से पूछते। हमारे छात्र लाइब्रेरी में थे, पुलिस वालों ने वहां लाठियां चलाईं। बच्चों को जिस बर्बरता से डराया गया है, वह ठीक नहीं है।

बता दें कि, 'नागरिकता संशोधन कानून 2019' के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में रविवार को जामिया नगर और जामिया विश्वविद्यालय दोनों जगह हिंसा की घटनाएं हुई थीं।

ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT