Rajiv Gandhi Assassination: Murugan, Jayakumar और Robert को किया गया श्रीलंका डिपोर्ट Raj Express
दिल्ली

कौन हैं राजीव गांधी हत्याकांड के दोषी Murugan, Jayakumar और Robert जिन्हे किया गया श्रीलंका डिपोर्ट?

Rajiv Gandhi Assassination : मुरुगन को पहले फांसी की सजा सुनाई गई थी जबकि जयकुमार और रॉबर्ट को उम्रकैद की सजा हुई थी।

Author : gurjeet kaur

हाइलाइट्स :

  • त्रिची शरणार्थी शिविर में रह रहे थे तीनों दोषी।

  • तमिलनाडु में की गई थी राजीव गांधी की हत्या।

Rajiv Gandhi Assassination : दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड (Rajiv Gandhi Assassination) मामले में दोषी मुरुगन उर्फ श्रीहरन (Murugan), जयकुमार (Jayakumar) और रॉबर्ट पायस (Robert Payas) को बुधवार को तमिलनाडु के चेन्नई से श्रीलंका डिपोर्ट कर दिया गया है। 23 साल जेल में बिताने के बाद तीनों त्रिची शरणार्थी शिविर में रह रहे थे। सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2022 को मुरुगन, जयकुमार और रॉबर्ट समेत 6 दोषियों को रिहा किए जाने का आदेश दिया था। मुरुगन (Murugan) को पहले फांसी की सजा सुनाई गई थी। बाद में फांसी की सजा उम्र कैद में बदल दी गई और फिर सुप्रीम कोर्ट ने रिहा करने का आदेश दिया था, जबकि जयकुमार (Jayakumar) और रॉबर्ट (Robert Payas) को उम्रकैद की सजा हुई थी। जानते हैं क्या थी मुरुगन, जयकुमार और रॉबर्ट की पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड में भूमिका...।

साल था 1991 तारीख 21 मई, इस दिन उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Prime Minister Rajiv Gandhi) तमिलनाडु में श्रीपेरंबदूर में रैली के लिए पहुंचे थे। यहां रैली में सुसाइड बॉम्बर धनु उनके पास जा पहुंची थी। किसी को धनु पर शक नहीं हुआ, भला बिना किसी हथियार के एक लड़की प्रधानमंत्री का क्या ही बिगाड़ लेती लेकिन जैसे ही प्रधानमंत्री राजीव गांधी का पैर छूने धनु झुकी तो तेज धमाका हो गया। इस धमाके के बाद भगदड़ मच गई, मौके पर ही राजीव गांधी समेत कई लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में सुसाइड बॉम्बर का साथी हरि बाबू भी शामिल था जो इस रैली में पत्रकार के भेष में आया था।

राजीव गांधी की हत्या के बाद सभी स्तब्ध थे। मामला हाईप्रोफाइल था। जांच के लिए विशेष दल का गठन किया गया। इस जांच दल का नेतृत्व सीआरपीएफ़ के आईजी डॉक्टर डीआर कार्तिकेयन ने किया। राजीव गांधी हत्याकांड के पीछे श्रीलंका के चरमपंथी समूह LTTE की साजिश थी। कुछ ही महीने में 7 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए। इस पूरे हत्याकांड का एक मुख्य साजिशकर्ता था शिवरासन। शिवरासन (Sivarasan) ने गिरफ्तारी से पहले ही साइनाइट खाकर आत्महत्या कर ली थी।

पहले जानते हैं राजीव गांधी हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता के बारे में...।

राजीव गांधी हत्याकांड की साजिश श्रीलंका के चरमपंथी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) के मुखिया वेलुपिल्लई प्रभाकरण (Velupillai Prabhakaran) ने रची थी। इस साजिश में LTTE की खुफिया इकाई के मुखिया पोट्टु ओम्मान और LTTE महिला यूनिट की चीफ अकीला और उसका साथी शिवरासन (Sivarasan) शामिल थे। राजीव गांधी के हत्याकांड (Rajiv Gandhi Assassination) की प्लानिंग का क्रियान्वयन शिवरासन (Sivarasan) द्वारा ही किया गया था।

मुरुगन (Murugan), जयकुमार (Jayakumar) और रॉबर्ट LTTE के लिए काम करते थे। राजीव गांधी हत्याकांड की प्लानिंग के क्रियान्वयन में इनकी प्रमुख भूमिका थी। मुगुरन LTTE का खुफिया एजेंट था। मुरुगन सीधे - सीधे शिवरासन को रिपोर्ट करता था। शिवरासन तक हर छोटी जानकारी पहुंचने की जिम्मेदारी मुगुरन की ही थी। राजीव गांधी के क्या कार्यक्रम हैं? उनकी सुरक्षा व्यवस्था कैसी है ये सभी जानकारी शिवरासन तक मुरुगन ही पहुंचाया करता था।

LTTE चरमपंथी समूह में कई लड़ाकों की भर्ती की गई थी। इन लड़ाकों में से सबसे खतरनाक लड़ाके थे जयकुमार और रॉबर्ट। राजीव गांधी हत्याकांड को अंजाम देने के लिए शिवरासन ने इन दोनों को चुना था। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के लिए भेजे गए अन्य लोगों की मदद के लिए इन दोनों को भेजा गया था। दोनों ही लड़ाकों को श्रीलंका में ट्रेन किया गया था।

क्यों रची गई राजीव गांधी की हत्या की साजिश :

दरअसल, राजीव गांधी ने श्रीलंका में चरमपंथी समूह LTTE को नियंत्रित करने के लिए भारतीय सैनिकों को भेजा था। भारत के इस कदम से LTTE नाराज थे। ये समूह लम्बे समय से राजीव गांधी की हत्या की प्लानिंग कर रहा था। 1991 में मौका पाकर साजिश रचकर उनकी हत्या कर दी गई।

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