हाइलाइट्स :
संजय सिंह ने कहा, क्या बृज भूषण सिंह का करीबी होना अपराध है।
साक्षी मलिक ने संजय सिंह के अध्यक्ष बनते ही छोड़ दी थी पहलवानी।
इस मामले में लगातार जरी है बयानबाजी।
दिल्ली। रेसलर साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास लेने पर भारतीय कुश्ती संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, जो खिलाड़ी हैं वो अखाड़े में प्रैक्टिस कर रहे हैं और जिन्हे राजनीति करनी है...यह उनका निजी मामला है। दरअसल संजय सिंह के WFI के अध्यक्ष बनने पर रेसलर साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की थी। साक्षी मलिक ने कहा था कि, अगर बृज भूषण शरण सिंह के बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी को कुश्ती संघ का अध्यक्ष चुना जाता है, तो मैं पहलवानी छोड़ती हूं। साक्षी मलिक ने बजरंग पूनिया के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी। इसे लेकर ही मीडिया ने सवाल पूछे थे।
पहलवान साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने पर डब्ल्यूएफआई के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि, "जो लोग एथलीट हैं उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है और जो लोग राजनीति में आना चाहते हैं वे ऐसा कर सकते हैं। यह उनका निजी मामला है, मैं इस बारे में नहीं बोलूंगा...। इसके अलावा मीडिया ने जब उनसे डमी अध्यक्ष के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि, मैं 12 साल से कुश्ती महासंघ में हूं। सिर्फ इसलिए कि, मैं सांसद (बृज भूषण सिंह) का करीबी हूं इसका मतलब यह नहीं है कि मैं एक डमी उम्मीदवार हूं। अगर मैं उनके करीब हूं तो क्या यह अपराध है?
संजय सिंह के WFI अध्यक्ष बनने के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि, हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए। अगर बृज भूषण शरण सिंह के बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी को कुश्ती संघ का अध्यक्ष चुना जाता है, तो मैं पहलवानी छोड़ती हूं। हमारा समर्थन करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद। लड़ाई पूरे दिल से लड़ी। अगर अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह जैसा आदमी ही रहता है तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं।
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