हाइलाइट्स
EVM पर सवाल उठाने पर BJP सांसद साधवी निरंजन ज्योति का बयान।
कहा- जनादेश को खारिज करना कांग्रेस की छोटी मानसिकता को दर्शाता है।
कमलनाथ ने कहा, हम परिणाम का विश्लेषण कर रहे हैं।
Digvijay Singh Raised Questions on EVM : नई दिल्ली। जब कांग्रेस 2004 - 2014 तक सत्ता में थे, तो उन्होंने ईवीएम पर सवाल नहीं उठाया। जब वे हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में जीते तो उन्होंने इस पर सवाल नहीं उठाया। तेलंगाना में भी जीत हासिल की। विपक्ष को न तो ईवीएम पर भरोसा है, न ही जनता पर, न ही चुनाव आयोग या कोर्ट पर। इस तरह जनादेश को खारिज करना छोटी मानसिकता को दर्शाता है। यह बात भाजपा सांसद साधवी निरंजन ज्योति ने दिग्विजय सिंह द्वारा ईवीएम पर सवाल उठाए जाने को लेकर मंगलवार को मीडिया से कही है।
दरअसल, कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए EVM पर सवाल उठाये है। चुनाव के परिणाम आने के दो दिन बाद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा, "ऐसी कोई भी मशीन जिसमें चिप लगी हो वो हैक की जा सकती है। मैं साल 2003 से ही ईवीएम से मतदान कराए जाने के खिलाफ रहा हूं।" कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ने आगे सवालिया लहजे में कहा, "क्या हम भारतीय लोकतंत्र को प्रोफेशनल हैकर्स द्वारा कंट्रोल किया जाने दे सकते हैं?"
ईवीएम और पोस्टल बैलेट के वोटिंग पैटर्न में इतना अंतर कैसे : दिग्जिवजय सिंह
इससे पहले भी दिग्जिवजय सिंह ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए जिसमें उन्होंने पोस्टल बैलेट के द्वारा मिले मतदानों की जानकारी साझा की थी। पोस्टल बैलेट के जरिए पड़ने वाले मतों में ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस पार्टी को बीजेपी से ज्यादा वोट मिले हैं। इसपर दिग्विजय सिंह सवाल करते हुए कहा कि अगर जनता वही है तो ईवीएम और पोस्टल बैलेट के वोटिंग पैटर्न में इतना अंतर कैसे आ गया।
दिग्जविजय सिंह ने पोस्टल बैलेट के नतीजों की जानकारी देते हुए लिखा, पोस्टल बैलेट के जरिए हमें यानी कांग्रेस को 199 सीटों पर बढ़त है, जबकि इनमें से अधिकांश सीटों पर ईवीएम काउंटिंग में हमें मतदाताओं का पूर्ण विश्वास न मिल सका। यह भी कहा जा सकता है कि जब तंत्र जीतता है तो जनता (यानी लोक) हार जाती है।
EVM पर पीसीसी चीफ कमल नाथ
विधानसभा चुनाव नतीजों पर मध्य प्रदेश पीसीसी चीफ कमल नाथ ने कहा, हम निर्वाचित और गैर-निर्वाचित विधायकों के साथ चर्चा कर रहे हैं और परिणाम का विश्लेषण कर रहे हैं। कुछ विधायकों ने मुझसे मुलाकात की है, और उनमें से एक ने मुझे बताया कि, उनके अपने गांव में उन्हें केवल 50 वोट मिले हैं। यह कैसे संभव है?...एग्जिट पोल केवल माहौल बनाने के लिए किए जाते हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, विपक्ष जब जीत जाते हैं तब ईवीएम पर सवाल नहीं उठाते हैं, वो तेलंगाना में जीत गए तो ईवीएम पर सवाल नहीं उठाए...लेकिन जब ये हार जाते हैं कि तब ये ईवीएम पर सवाल उठाते हैं, ये कोई नई बात नहीं है।
नवनिर्वाचित प्रह्लाद पटेल ने कहा - दिग्विजय सिंह की शायद उम्र ज्यादा है तो उन्होंने पढ़ना लिखना बंद कर दिया गरीब कल्याण पर चर्चा करेंगे तो उनको बहुत सारी चीजें समझ में आएगी। जब आप एक योजना चलाते है तो उसमें गरीब लाभान्वित होता है। मातृ शक्ति को क्या लाभ मिलता है? यह दिग्विजय सिंह को हमें बताना पड़ेगा कि आज गरीब के पास शौचालय, पानी, गैस, प्रधानमंत्री आवास सब पहुंचा है। मातृ शक्ति के पास उनके लॉलीपाप की जगह आरक्षण भी पहुंचा इसलिए उनको ईवीएम की जगह गरीब कल्याण की योजनाओं पर चर्चा करना चाहिए। वह योजनाओं के प्रभाव पर विचार करेगे तो उनको बहुत से जवाब मिल जाएगे।
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