हाइलाइट्स :
घटना के बाद सदन को 11 बजे तक के लिए किया गया स्थगित।
इस घटना पर की जाएगी उच्च स्तरीय जांच।
नीलम किसान आंदोलन में भी भाग लेती रही थी।
दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को 6 लोगों ने हड़कंप मचा दिया। इनमें से चार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। अन्य 2 की तलाश पुलिस कर रही है। इन आरोपियों में से एक आरोपी महिला है। दो आरोपी सदन के बाहर स्मोक कैंडल जलाकर नारेबाजी कर रहे थे। इसमें शामिल महिला की पहचान नीलम और युवक की पहचान अमोल के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि, नीलम सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही थी वहीं एक अन्य आरोपी ऑटो ड्राइवर है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इस घटना के बाद सदन को गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित किया है। उन्होंने बताया कि, इस घटना पर उच्च स्तरीय जांच कर सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी।
सिविल सेवा प्रवेश परीक्षा के लिए अध्ययन कर रही थी नीलम :
पुलिस और सुरक्षा ऐजेंसी ने तत्परता दिखाते हुए इस मामले में जाँच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार इन आरोपियों में से एक आरोपी नीलम हरियाणा के जींद की रहने वाली है। नीलम गर्ल्स पीजी में रहकर सिविल सेवा प्रवेश परीक्षा के लिए अध्ययन कर रही थी। इसके पहले नीलम किसान आंदोलन में भी भाग लेती रही थी।
नीलम की मां का कहना है कि, वह बेरोजगारी को लेकर चिंतित थी...मैंने उससे बात की थी लेकिन उसने मुझे दिल्ली के बारे में कभी कुछ नहीं बताया। वह मुझसे कहती थी वह इतनी उच्च योग्य है लेकिन उसके पास कोई नौकरी नहीं है, इसलिए मर जाना बेहतर है।
एक दूसरे को पहले से जानते थे आरोपी :
नीलम के अलावा अन्य तीन आरोपियों का नाम अमोल शिंदे, सागर और मनोरंजन बताया जा रहा है। अमोल शिंदे महाराष्ट्र का रहने वाला है, सागर उत्तरप्रदेश और मनोरंजन कर्नाटक का रहने वाला है। जानकारी के अनुसार ये चारों आरोपी एक दूसरे को पहले से जानते थे और लम्बे समय से योजना बना रहे थे। सदन के बाहर नीलम और अनमोल भारत माता की जय, जय भीम, तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारे लगा रहे थे। पुलिस ने नीलम और अनमोल को धारा 144 का उल्लंघन करने के अपराध में हिरासत में लिया है।
कर्नाटक के रहने वाले मनोरंजन जो पेशे से एक ऑटो ड्राइवर है, के पिता देवराज ने कहा, यह गलत है, किसी को भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए। अगर मेरे बेटे ने कुछ गलत किया है तो मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।
पुलिस कर रही जांच :
सदन की सुरक्षा में हुई चूक पर पुलिस ने कड़ा रुख अपनाते हुए आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। नीलम और अमोल शिंदे सदन के बाहर नारेबाजी कर रहे थे। इनके पास कोई पहचान पत्र या मोबाइल फोन नहीं मिला। दोनों ने किसी भी संगठन से जुड़े होने की बात से इंकार किया है। जांच में लगी अन्य एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि, जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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