हाइलाइट्स :
'भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र' को लेकर जयराम रमेश का बयान
जयराम रमेश ने कहा, श्वेत पत्र में नोटबंदी, बेरोजगारी, महंगाई का जिक्र नहीं है
चीन सीमा के हालातों और तनाव पर हम श्वेत पत्र मांग रहे हैं उस पर चुप्पी है: जयराम रमेश
दिल्ली, भारत। बजट सत्र के दौरान आज शुक्रवार को संसद में श्वेत पत्र पर चर्चा के दौरान लोकसभा में निर्मला सीतारमण ने अपना वक्तव्य दिया। इसके बाद अब हाल ही में कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में 'भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र' पेश करने पर तंज कसते हुए कहा, "श्वेत पत्र में नोटबंदी, बेरोजगारी, महंगाई का जिक्र नहीं"।
दरअसल, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में 'भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र' पेश करने पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "श्वेत पत्र में नोटबंदी, बेरोजगारी, महंगाई का जिक्र नहीं है। बढ़ती आर्थिक विषमताओं पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। ये किस लिए निकाला गया? जिन मुद्दों पर श्वेत पत्र निकालना चाहिए, चीन सीमा के हालातों और तनाव पर हम श्वेत पत्र मांग रहे हैं उस पर चुप्पी है। मणिपुर के हालात पर चुप्पी है।"
हमने नोटबंदी पर श्वेत पत्र मांगा था उस पर भी चुप्पी थी। 45 साल सबसे अधिक बेरोजगारी दर पर श्वेत पत्र नहीं है।कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश
बता दें कि, आज लोकसभा में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष पर जोरदार हमला बाेलते हुए कहा था- NDA सरकार ने देश को पहले रखा है। नीयत और नियम सही तो अच्छे परिणाम मिले। विपक्ष में सच सुनने की ताकत नहीं है। श्वेत पत्र एक गंभीर दस्तावेज है। UPA काल में देश में एक के बाद एक स्कैंडल हो रहे थे, अर्थव्यवस्था की हालत जो थी वो अब आपके सामने है। विपक्ष में अगर साहस है तो वो इस चर्चा में सही तरीके से हिस्सा क्यों नहीं ले रही है।
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