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दिल्ली

EVM में मॉक पोलिंग के दौरान गड़बड़ी, BJP को एक्स्ट्रा वोट- रिपोर्ट में बड़ा दावा

Author : Akash Dewani

हाइलाइट्स :

  • केरल में मॉक पोलिंग के दौरान EVM में गड़बड़ी

  • 4 EVM ने भाजपा को अतिरिक्त वोट

  • एलडीएफ और यूडीएफ उम्मीदवारों के कथित एजेंटों ने की अधिकारीयों से शिकायत

कासरगोड, केरल। केरल की स्थानीय मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि लोकसभा चुनाव के एलडीएफ और यूडीएफ उम्मीदवारों के कथित एजेंटों ने कल कासरगोड में हुए मॉक पोलिंग में चार ईवीएम में गलती से बीजेपी के पक्ष में वोट दर्ज कर दिए है। केरल के दोनों अहम् गठबंधन एलडीएफ और यूडीएफ के प्रत्याशियों के बूथ एजेंटों ने इस बात की शिकायत प्रशाशन को दर्ज कराई है।

केरल की कासरगोड सीट से एलडीएफ प्रत्याशी एम वी बालाकृष्णन (सीपीएम) ने त्रुटियों की जांच करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी के रूप में नामित जिला कलेक्टर और यूडीएफ उम्मीदवार राजमोहन उन्नीथन (कांग्रेस) के एजेंट मुहम्मद नसर चेरकलाम अब्दुल्ला ने निर्वाचन क्षेत्र के सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) से खराब मशीनों को बदलने का आग्रह किया है।

किसी भी पार्टी के चुनाव चिन्ह को प्रेस करने पर वोट भाजपा :

मीडिया रिपोर्ट ने दवा किया है कि केरल के दोनों बड़े गठबंधन कासरगोड विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्रों के लिए EVM के चालू होने के दौरान भाजपा के कमल को अतिरिक्त वोट मिल रहे थे और कांग्रेस का 'हाथ' चिन्ह वोटिंग मशीनों पर अन्य चिन्हों से छोटा था। रिपोर्ट में बताया गया कि मॉक पोल के पहले दौर में सभी 190 ईवीएम का परीक्षण 10 विकल्पों में से प्रत्येक के सामने वोट डालकर किया गया जिसमे भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल पहला विकल्प था।

अधिकारियों ने एक साथ 20 मशीनों का परीक्षण किया। जब ईवीएम पर सभी 10 विकल्पों को एक-एक बार दबाया गया, तो VVPAT ने चार मशीनों में भाजपा को दो वोट दिए। रिपोर्ट के अनुसार, बूथ एजेंट्स ने बताया की भाजपा के चुनाव चिन्ह को न दबाए जाने के बाद भी वोट भाजपा को जा रहा था।

बूथ एजेंट्स ने की शिकायत :

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जब भाजपा का कमल नहीं दबाया गया तो उन्हीं चार गलत वीवीपैट इकाइयों ने पार्टी को एक वोट दे दिया यूडीएफ उम्मीदवार के चुनाव एजेंट ने सहायक रिटर्निंग अधिकारी की इसकी शिकायत की थी जिसके जवाब में अधिकारी ने कहा कि गलत वोटों वाली वीवीपैट पर्चियों पर 'गिनती नहीं की जाएगी। इसके आलावा दोनों गठबंधन के बूथ एजेंट्स ने सहायक रिटर्निंग अधिकारी से EVM को बदलने की मांग की है। हालाँकि, बताया जा रहा है कि जब उन्ही 4 EVM को तीसरी बार चेक किया गया तो उसमे कोई गड़बड़ी सामने नहीं आयी लेकिन बूथ एजेंट्स ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसा जरुरी नहीं है यह चौथी या पांचवीं बार में नहीं हो सकता है।

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