दिल्ली, भारत। देश की नई संसद में विशेष सत्र के दौरान 'महिला आरक्षण बिल' पर बहर छिड़ी हुई है। तमात नेताओं का इस बिल पर बयान दिया जा रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस के इन नेताओं ने भी महिला आरक्षण बिल पर यह बात कहीं है। ताे वहीं, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी आज लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर बहस में बोलने पहुंचे।
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि, बिल पास होना चाहिए, बिल का समर्थन करने के साथ-साथ सुझाव देना भी हमारा कर्तव्य है। हम सरकार को सुझाव देना चाहते हैं।संसद में किसी ने भी इस विधेयक का विरोध नहीं किया।
हम बिल का स्वागत करते हैं। कांग्रेस हमेशा से चाहती थी कि महिलाओं की भागीदारी हो। 9 मार्च 2010 को हमने इसे राज्यसभा में भी पास कर दिया। हम चाहते हैं कि ये बिल पारित हो, लेकिन यह एक 'झुनझुना' है। अगर वे महिलाओं के साथ होते तो 2021 में जनगणना कर चुके होते और अब तक बिल लागू हो गया होता। अब परिसीमन होगा, इसे 2029 में लागू किया जाएगा यदि उनका इरादा साफ है।कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन
तो वहीं, महिला आरक्षण बिल पर सांसद कपिल सिब्बल का कहना है कि, परिसीमन के बिना क्या ये (बीजेपी) बिल पारित कर देंगे? हम तैयार हैं। जनगणना और परिसीमन की बात तो आपने की है। हम तो पहले से ही तैयार हैं, हम हमेशा से ही इसके लिए तैयार थे, चाहे हम सत्ता पक्ष में हो या विपक्ष में। ये इसे इसलिए लागू नहीं कर रहे क्योंकि इन्हें मालूम है कि इन्हें यह 2029 में भी नहीं करना. यह तो 2024 के लिए है।
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