दिल्ली, भारत। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री को लेकर बवाल मचा हुआ है, ऐसे में अब विदेशाें से भी भारत की माेदी सरकार को समर्थन मिल रहा है। दरअसल, बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के समर्थन में उतर कर ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने अपना बयान दिया है।
इस दौरान ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा- बीबीसी डॉक्यूमेंट्री एक तरह का प्रोपेगेंडा वीडियो है। यह पत्रकारिता का शर्मनाक रूप है जिसमें नरेंद्र मोदी पर हमला किया गया है। यह सच्चाई से बहुत दूर है। इसका प्रसारण बीबीसी द्वारा नहीं किया जाना चाहिए। बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री में गुजरात दंगों के कारणों पर विस्तार से नहीं देखा गया। इस तथ्य पर भी ध्यान नहीं दिया गया कि सुप्रीम कोर्ट ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ सभी दावों की पूरी तरह से जांच की और पाया कि इन दावों में किसी तरह की सच्चाई नहीं है।
इसके अलावा बीबीसी इंडिया के कार्यालयों में आई-टी सर्वे पर ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने यह बात भी कही कि, ''यह कोई नई बात नहीं है। यह सुनिश्चित करना बीबीसी इंडिया का काम है कि वे नियमों का पालन करें। उन्हें आयकर विभाग को सभी रिकॉर्ड उपलब्ध कराने चाहिए।''
बता दें कि, केंद्र सरकार ने बीबीसी की इस विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री के लिंक को साझा करने वाले कई यूट्यूब वीडियो और ट्विटर पोस्ट को ब्लॉक करने के निर्देश जारी किए थे, जिसके बाद से यह मामला तूल पकड़ा हुआ और विपक्षी दलों ने इसे लेकर केंद्र की सरकार को घेरा है। हालांकि, बवाल अधिक बढ़ने के बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है।
आखिर क्या बताया गया बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री :
दरअसल, बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री कथित तौर पर 2002 गुजरात दंगों के दौरान घटी घटनाओं के बारे में बताया गया है और उस दौरान नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। इस दौरान ब्रिटेन की एक न्यूज़ एंड मीडिया कंपनी जिसका नाम BBC (British broadcasting corporation) है। इसके द्वारा 2 एपिसोड की एक डॉक्यूमेंट्री बनाई गई थी, जिसका नाम “India: The Modi Question” था, जिस पर भारत के अंदर प्रतिबंद लगा दिया गया है।
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