अमित शाह ने NCEL का लोगो, वेबसाइट और ब्रोशर लॉन्च किया Raj Express
दिल्ली

अमित शाह ने NCEL का लोगो, वेबसाइट और ब्रोशर लॉन्च किया व राष्ट्रीय संगोष्ठी को किया संबोधित

Priyanka Sahu

हाइलाइट्स :

  • अमित शाह ने NCEL का लोगो, वेबसाइट और ब्रोशर लॉन्च किया

  • NCEL सदस्यों को सदस्यता प्रमाण पत्र वितरित किए

  • अमित शाह ने राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित किया

दिल्ली, भारत। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नेशनल कोऑपरेटिव फॉर एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (NCEL) का लोगो, वेबसाइट और ब्रोशर लॉन्च किया और NCEL सदस्यों को सदस्यता प्रमाण पत्र वितरित किए। इस दौरान कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहे।

इस दौरान केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड द्वारा सहकारी निर्यात पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित किया और अपने संबोधन में कहा, "राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड की स्थापना बहुत सारे उद्देश्यों के साथ की गई है। हमारा लक्ष्य निर्यात बढ़ाने का, विशेषकर कृषि निर्यात बढ़ाने का है। हमारा दूसरा लक्ष्य किसानों की समृद्धि का है... लक्ष्य है कि 2027 तक 2 करोड़ तक किसान अपनी भूमि को प्राकृतिक घोषित करने में सफल होंगे।"

मोदी जी ने जो 'सहकार से समृद्धि' की कल्पना की थी और आजादी के बाद पहली बार सहकारिता मंत्रालय की रचना की, उस लक्ष्य की दिशा में आज एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण पड़ाव पार कर हम आगे बढ़ रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

आगे उन्‍होंने यह भी कहा- राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड की स्थापना अनेक उद्देश्यों को सामने रखकर की गयी है:
- निर्यात को बढ़ाना,

- किसान को समृद्ध करना,

- क्रॉप पैटर्न को चेंज करना,

- ऑर्गेनिक प्रोड्यूस के लिए विश्व का बाजार उपलब्ध कराना,

- बायो फ्यूल के लिए विश्व बाजार में भारत की एंट्री कराना और

- सहकारिता को मजबूत करना इन उद्देश्यों के साथ इसकी शुरुवात हुई है, इसके लिए मैं देशभर के सहकारिता के कार्यकर्ताओं और किसानों को शुभकामनाएं देता हूँ।

  • मोदी जी ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाये हैं। आज देश के किसान प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। इसमें 12 लाख से ज्यादा किसान पंजीकृत भी हो गए हैं। 2027 तक कम से कम 2 करोड़ से ज्यादा किसान अपने खेत को प्राकृतिक घोषित कर देंगे। इन सभी के ऑर्गनिक उत्पादों का सर्टिफिकेशन उसकी मार्केटिंग और पैकेजिंग के साथ अंतरराष्ट्रीय लेवल का बना विश्व के बाजार में भेजेगी। इससे किसानों को मिलने वाला मुनाफा बढ़ेगा, साथ ही इससे भारत के साथ-साथ दुनिया का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।

  • दुनिया में सबसे ज्यादा 3-4 क्रॉप होने वाली भूमि भारत में उपलब्ध है। अगर इन 4 क्रॉप में से एक क्रॉप को भी बायो फ्यूल के लिए किसान चेंज कर ले, तो हम देश की बायो फ्यूल की जरुरत को पूरा कर विश्व में बायो फ्यूल का निर्यात कर पाएंगे।

  • देश में उत्पादन में तो कोऑपरेटिव का बड़ा योगदान है, लेकिन निर्यात में कोऑपरेटिव का अभी भी कम हिस्सा है। राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड इस दिशा में महत्त्वपूर्ण कार्य करेगा। ढ़ेर सारे हमारे ऐसे फ्रूट्स हैं, जो विश्व में उपलब्ध ही नहीं हैं। दुनिया भर में उनका टेस्ट डेवलप करना पड़ेगा। अनेक देशों ने तो उनके प्रोडक्ट्स का टेस्ट यहाँ डेवलप कर दिया है। अब बारी हमारी है, हमारे फ्रूट्स का टेस्ट विश्व के खानेवालों के घर में हो।

  • आज किसान का चाहे गेंहूँ निर्यात हो, या गन्ने से बनी चीनी निर्यात हो या मिल्क प्रोडक्ट्स के निर्यात हो, किसानों को इसमें कम लाभ मिल पाता है। राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड जो एक्सपोर्ट करेगा, उस एक्सपोर्ट के मुनाफे का कम से कम 50% किसान के पास चला जाएगा, यह हमने सुनिश्चित किया है।

  • मोदी जी ने जो तीन समितियाँ बनाई हैं: - मल्टी स्टेट को. बीज सोसाइटी - मल्टी स्टेट को. ऑर्गेनिक सोसाइटी - मल्टी स्टेट को. एक्सपोर्ट सोसाइटी मुझे विश्वास है कि आने वाले 10 साल के बाद जब कोऑपरेटिव की चर्चा होगी, ये तीनों नेशनल कोऑपरेटिव अपना स्थान मजबूत कर लेगी और विश्व के बाजार में दम खम के साथ खड़ी होगी।

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