पश्चिम बंगाल, भारत। पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय इलाकों पर चक्रवाती तूफान 'यास' का प्रभाव नजर आया है। यास के रौद्र रूप के चलते कई इलाकों की सड़कों पर पानी भरा हुआ है, बाढ़ जैसे हालात हैं।
ओडिशा तट से टकरा चुका यास :
चक्रवाती तूफान 'यास' ने बालासोर के दक्षिण में उत्तर ओडिशा तट को पार कर लिया है।पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है, साथ ही 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल रही हैं, समंदर से 6 मीटर ऊंची लहरें उठ रही हैं। चक्रवात ‘यास’ के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ने से पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों पूर्व मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना के कई इलाकों में बुधवार को पानी भर गया। नारियल के पेड़ों के शिखरों को छूतीं समुद्र की लहरें और बाढ़ के पानी में बहती कारें दिखाई दीं।
ओडिशा के समंदर में ऊंची लहरें उठ रही :
ओडिशा में लैंडफॉल की प्रक्रिया पूरी हो गई है। हालांकि, अभी ओडिशा, बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में यास तूफान के असर को लेकर अलर्ट जारी है। ओडिशा के समंदर में ऊंची लहरें उठ रही हैं। धामरा (Dhamra) और भद्रक ( Bhadrak) जिलों में भारी बारिश और समंदर के ऊफान से रिहायशी इलाकों के घरों में पानी घुस गया है। अधिकारियों ने बताया कि, ''बढ़ते जलस्तर के कारण दोनों तटीय जिलों में कई स्थानों पर तटबंध टूट गए, जिसके कारण कई गांव और छोटे कस्बे जलमग्न हो गए। विद्याधारी, हुगली और रूपनारायण समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।''
मेदिनीपुर के दीघा में तेज हवाओं के साथ बारिश :
तो वहीं, पश्चिम बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर के दीघा में तेज़ हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश की वजह से दीघा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
बता दें कि, बीते दिन मंगलवार को बंगाल के हुगली और उत्तरी 24 परगना जिलों में तूफान आने के बाद कम से कम दो व्यक्तियों की करंट लगने से मौत हो गई और करीब 80 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए।
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