Balasore Train Accident Raj Express
भारत

बालासोर ट्रेन हादसे में 288 लोगों की मौत, जीवन पटरी पर लाने की जद्दोजहद में जुटी 1000 लोगों की रेस्क्यू टीम

बालासोर हादसे के 36 घंटे बीत चुके हैं। 288 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है। सभी लोग रेस्क्यू कर लिए गए हैं। अब इस मार्ग पर वागमन शुरू करने पर जोर है।

Author : Aniruddh pratap singh

राज एक्सप्रेस । ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे के बाद 36 घंटे बीत चुके हैं। इस हादसे में 288 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है। अस्पतालों में इलाजरत 56 लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। कल, पीएम मोदी भी बालासोर पहुंचे और घटनास्थल का दौरा कर तेजी से राहतकार्य चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस हादसे के पीछे जिसकी भी गलती सामने आएगी, उसे सख्त सजा दी जाएगी। अब तक रेस्क्यू अभियान पूरा कर लिया गया है। सभी घायलों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद अब तक इस रेल मार्ग पर ट्रेनों का आवागमन सुचारु नहीं किया जा सका है। ट्रैक पर ट्रेन एक्सीडेंट के कारण क्षतिग्रस्त बोगियों का मलबा अब भी पसरा हुआ है। जिसे साफ किया जा रहा है। हादसे में 288 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि घायलों की संख्या 1091 हो गई है। जिनमें से 56 लोगों की हालत गंभीर है।

ाफ-सफाई का काम रातभर जारी रहा

रात भर चले अभियान में पटरियों पर फैला अधिकांश मलबा हटा लिया गया है, लेकिन ट्रैक को पूरी तरह अब तक साफ नहीं किया जा सका है। इस वजह से गाड़ियों का परिचालन अब तक सुचारु नहीं किया जा सका है। दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से जारी विज्ञप्ति में हादसे और राहत कार्य के साथ रेस्टोरेशन वर्क की स्थिति बताई गई है। आधिकारिक तौर पर सामने आया है कि सभी 21 कोच जो पलट गए थे, उन्हें ग्राउंड (ट्रैक पर खड़ा किया) कर दिया गया है। इसके साथ ही अब साइट से टूटी बोगी-व्हील सेट और अन्य कलपुर्जों से साफ किया जा रहा है। मलबे को भी हटाया जा रहा है। अभी 3 माल वैगन और लोकोमोटिव ग्राउंडिंग का काम चल रहा है। ट्रैक लिंकिंग और ओएचई का काम भी साथ-साथ चल रहा है।

हादसा स्थल पर मरम्मत जारी

उधर, बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल पर रात में भी मरम्मत का काम किया जा रहा है। रेल मंत्रालय के मुताबिक 1000 से अधिक लोग ट्रैक को ठीक कर इसे फिर से ट्रेन संचालन के लायक बनाने के प्रयास में लगे हुए हैं। ट्रेनों का आवागमन जल्दी हो सके इसके लिए 7 से अधिक पोकलेन मशीन, 2 दुर्घटना राहत ट्रेन, 3-4 रेलवे और रोड क्रेन तैनात हैं। साइट को पूरी तरह से क्लियर करने की कवायद चल रही है। दक्षिण पूर्व रेलवे के सीपीआरओ आदित्य कुमार चौधरी ने रिस्टोरेशन के जारी काम को लेकर कहा कि, एक तरफ से कनेक्टिंग ट्रैक का काम चल रहा है, काम को जल्द से जल्द खत्म कर देंगे।

पीएम मोदी ने की बचाव अभियान की सराहना

इससे पहले, पीएम मोदी ने बालासोर के स्थानीय लोगों की बचाव अभियान में मदद के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में दिखाया गया साहस और करुणा वास्तव में प्रेरणादायक है। बालासोर में ट्रेन हादसे में प्रभावित हुए यात्रियों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर विस्तृत व्यवस्था की गई है। इसके लिए स्पेशल ट्रेन भद्रक से आ रही है। स्टेशन पर कई हेल्थ डेस्क स्थापित किए गए हैं। भारी सुरक्षा की मौजूदगी के साथ, स्टैंड बाई पर एंबुलेंस और व्हील चेयर भी लाए गए हैं। यात्रियों को जरूरत के हिसाब से उनके घर तक पहुंचाने के लिए कैब ड्राइवरों को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है।

पीएम मोदी ने बंधाया विपदा से प्रभावित लोगों को ढांढस

उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी, ओडिशा के बालासोर में भीषण रेल हादसा होने के बाद शनिवार को घटनास्थल पर पहुंचे थे और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया था। वह अस्पताल भी पहुंचे और हादसे में घायल हुए लोगों का हालचाल पूछा। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा था जो भी लोग इस घटना में दोषी पाए जाएंगे उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। इस दौरान पीएम मोदी बेहद दुखी नजर आए। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा बहुत ही दर्दनाक और विचलित करने वाला हादसा है। मेरे पास इस वेदना को प्रकट करने के लिए शब्द नहीं हैं। ईश्वर सब को शक्ति दें ताकि वो दुख की घड़ी से निकल सकें।

मृतकों-घायलों का तैयार हो रहा डेटा

दुर्घटना पीड़ितों के लिए किए गए प्रबंधों पर तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव गगनदीप सिंह बेदी ने बातचीत में बताया कि मेडिकल एक्सपर्ट और पैरामेडिकल स्टाफ वाली 6 टीमें रेलवे स्टेशन पर हैं। स्पेशल ट्रेन में 290 लोगों के आने की उम्मीद है। उनमें से कई घायल नहीं हैं। इनमें से कुछ ही लोगों को मामूली चोटें आई हैं। एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सहित एंबुलेंस को तैयार रखा गया है। जिन लोगों को चिकित्सा की आवश्यकता है या आगे के उपचार के लिए उन्हें राजीव गांधी सामान्य अस्पताल ले जाया जाएगा। कैजुअल्टी और आईसीयू वार्डों में बेड तैयार रखे गए हैं। शुरुआती स्वास्थ्य जांच के बाद यात्री की स्थिति के आधार पर उन्हें अस्पताल ले जाया जाएगा। स्थिति सामान्य होने की स्थिति में जिला प्रशासन ने उन्हें घर ले जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की है। गगनदीप सिंह बेदी ने बताया कि हादसे में कितने लोग घायल/मृत हुए हैं, इस पर डेटा अभी भी संकलित किया जा रहा है।

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