उत्तराखंड, भारत। उत्तराखंड के चमोली में आज साेमवार को 70वां राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक गौचर मेला-2022 आयोजित हुआ, जिसमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पहुंचे।
गौचर मेला-2022 में CM धामी का संबोधन :
इस दौरान चमोली में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 70वां राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक गौचर मेला-2022 में अपना संबोधन दिया। उन्होंने अपने संबोधन में गौचर मेले को लेकर कहा- 1943 में उत्तराखण्ड में गौचर मेला पहली बार आयोजित हुआ था। उस समय यह भारत-तिब्बत के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए आयोजित हुआ था। वैसे ही जौलजीबी का मेला भी भारत-नेपाल और तिब्बत में व्यापार बढ़ाने के लिए शुरू हुआ था।
गौचर मेला राज्य के प्रमुख मेलों में से एक है :
गौचर मेला राज्य के प्रमुख मेलों में से एक है। पहले मेले सामाजिक दायरा बढ़ाने का भी कार्य करते थे। निश्चित रूप से यह सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए भी महत्वपूर्ण है।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
गौचर मेला हमारे लिए विशेष है :
इतना ही नहीं CM पुष्कर धामी ने गौचर मेले को विशेष बताते हुए यह बात भी कही कि, ''गौचर मेला हमारे लिए विशेष है। यह मेला यहां की जनता के व्यापारिक अवसरों को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। मेलों के माध्यम से हमारी संस्कृति भी आगे बढ़ती है। हमारे जो लोकपर्व हैं उनका पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरण होना चाहिए। इगास को इस बार धूमधाम से मनाया गया। इस बार हमने दीवाली से पहले ही इगास की छुट्टी घोषित कर दी थी। इसके चलते लोगों ने इस बार लोकपर्व इगास को धूमधाम से मनाया।''
बता दें कि, इससे पहले आज उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी रूद्रप्रयाग में नर्सिंग संस्थान कोठगी के भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए थे और कार्यक्रम को संबोधित किया था।
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