रायपुर, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। आज सदन की कार्रवाई में हंगामा जारी है। आज सत्र शुरू होते ही विपक्ष कई मुद्दों उठाया है। मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में SC, ST युवाओं के नग्न प्रदर्शन का मुद्दा विपक्ष ने उठाया। विपक्षीय सदस्यों ने इस मामलें में शून्य काल के दौरान स्थगन प्रस्ताव पेश कर चर्चा की मांग रखी। सदन में आज भाजपा के विधायक शिवरतन शर्मा SC, ST युवाओं के नग्न प्रदर्शन का मामला उठाया।
बता दें कि, सदन में विपक्ष ने शून्य काल के दौरान स्थगन प्रस्ताव पेश कर चर्चा की मांग की। विपक्ष ने प्रदर्शनकारी युवाओं का पक्ष लेते हुए फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए की गई नियुक्ति पर हाई पॉवर कमेटी के गठन की मांग की। आखिरकार भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित की गई। जिसके बाद सदन की कार्यवाही पुनः शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। भाजपा ने स्थगन प्रस्ताव किया। गृहमंत्री के जवाब के बाद अध्यक्ष ने स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य कर दिया। नारेबाजी करते हुए विपक्ष के सदस्य गर्भगृह में आ गए। इस पर आसंदी ने विपक्षी सदस्यों को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया। इसके बाद थोड़ी देर बाद स्पीकर ने इनका निलंबन समाप्त करते हुए सभी को वापस सदन में बुला लिया।
नारायण चंदेल ने कही यह बात:
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सदन में सवाल करते हुए कहा कि, "ऐसी कौन सी स्थिति बन गई कि, युवाओं को नग्न होकर प्रदर्शन करना पड़ा। युवाओं ने सरकार को अल्टीमेटम दिया था, इसके बाद भी उनकी माँगों को नज़रअंदाज़ किया गया। हम सरकार से इस्तीफ़े की माँग करते हैं। इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।"
ताम्रध्वज साहू का कहना:
वहीं, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने इस दौरान कहा कि, "नग्न प्रदर्शन की सूचना शासन को पहले से नहीं दी गई थी। फर्जी प्रमाण पत्र के साथ नौकरी करने वालों के खिलाफ नग्न प्रदर्शन किया गया। पुलिस द्वारा रोकने पर झूमाझटकी की गई, पुलिस कर्मियों को चोटें आई। इस आधार पर गिरफ्तारी की गई। प्रकरण की विवेचना की जा रही है।"
डॉ. रमन सिंह ने कही यह बात:
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि, "ये बहुत संवेदनशील मामला है, इसे राजनीति से ऊपर उठकर देखना चाहिए। छत्तीसगढ़ का व्यक्ति सरल, संकोची होता है। एससी-एसटी वर्ग के युवा अपने अधिकारों को लेकर पीड़ित हैं। इस मामले में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक हाईपॉवर कमेटी बनाकर जाँच कराई जाये और ज़िम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।"
बृजमोहन अग्रवाल ने कही यह बात:
बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, "सरकार पर लानत है, इस सरकार ने युवाओं को नग्न होने पर मजबूर कर दिया। घटना से हम सब शर्मसार हुए हैं। नग्न प्रदर्शन करते हुए, युवा विधानसभा के करीब पहुंच गये। एससी-एसटी वर्ग के युवा अपनी मांगों को लेकर नग्न प्रदर्शन पराकाष्ठा है। इस मामले में अब तक किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।"
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