हाइलाइट्स :
ओरछा के अंदरूनी इलाके के बच्चों को प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश के लिए दिया जा रहा प्रशिक्षण।
प्रशासन की तरफ से छात्रों को किताबें, नोटबुक और स्टेशनरी प्रदान की जाती है।
जिला कलेक्टर का कहना है, हमारे गाँव के बच्चों के लिए एक उदाहरण बन सकते हैं।
नारायणपुर, छत्तीसगढ़। जिले में प्रशासन की विशेष पहल के तहत नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों को प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशासन की इस पहल से इन बच्चों को शिक्षा के नए अवसर मिल रहे हैं। प्रशासन द्वारा चलाई जा रही इस कोचिंग में तैयार होने वाले बच्चों को नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूल जैसे संस्थानों में प्रवेश मिल रहा है। इन बच्चों को पोर्टा केबिन और ओरछा के प्राथमिक विद्यालय में प्रशिक्षण दिया जुआ रहा है।
जिला कलेक्टर अजीत वसंत का कहना है कि, "ओरछा के अंदरूनी इलाके, जो घोर नक्सल प्रभावित हैं, के बच्चे पोर्टा केबिन और ओरछा के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते हैं। कक्षा 5 में पढ़ने वाले उन सभी छात्रों को नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूल जैसे उत्कृष्ट संस्थानों के लिए तैयार किया जा रहा है।" एक ही स्थान पर उनके लिए अलग से कोच नियुक्त करके... उच्च संस्थानों में प्रवेश केलिए तैयार किया जा रहा है। वे (छात्र) हमारे गाँव के बच्चों के लिए एक उदाहरण बन सकते हैं।"
इस कोचिंग शिक्षकों में से एक, हर्षवर्द्धन का कहना है कि, "सरकार ने नवोदय विद्यालय के लिए कोचिंग कक्षाएं आयोजित की हैं... यहां कई छात्र नक्सल पीड़ित हैं। यहां कुल 60 छात्र हैं, जिनमें से 30 लड़कियां और 30 लड़के हैं... प्रशासन की ओर से, नवोदय विद्यालय की तैयारी के लिए छात्रों को किताबें, नोटबुक और स्टेशनरी प्रदान की जाती है।
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