कांकेर, छत्तीसगढ़। मोबाइल निकालने के लिए जलाशय का पानी खाली करने के मामले में एसडीओ आरएल धीवर (SDO RL Dhiwar) पर अब प्रशासनिक कार्रवाई जारी कर दिए गए है। प्रशासन की ओर से थमाए गए शो कॉज नोटिस के जवाब में एसडीओ ने पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है। SDO ने जवाब में कहा है कि उन्होंने पानी निकालने की अनुमति नहीं दी थी। उन्हें जलाशय से पानी खाली करने जानकारी भी नहीं थी। जवाब संतोषप्रद नहीं होने के कारण कलेक्टर ने अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा है।
SDO पर कार्रवाई के आदेश :
दरअसल कांकेर जिले में मोबाइल खोजने बांध से 21 लाख लीटर पानी बहा देने वाले फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास (Food Inspector Rajesh Vishwas) को निलंबित कर दिया गया था। मगर अब उन्हें पानी बहाने की मौखिक इजाजत (Verbal Permission) देने वाले एसडीओ के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। कलेक्टर ने इसके लिए पत्र लिखकर जल संसाधन विभाग (Water Resources Department) के सचिव (Secretary) को कह दिया है कि इनके खिलाफ कार्रवाई कीजिए।
पूरा मामला सामने आने के बाद कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने SDO आर सी धीवर को नोटिस जारी किया था। नोटिस में 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया था। मगर जो जवाब धींवर ने दिया है। उससे कलेक्टर संतुष्ट नहीं हुईं। इस वजह से उन्होंने कार्रवाई करने की अनुशंसा की है।
यह है पूरा मामला :
बता दें कि पखांजूर के सबसे बड़े खेरकट्टा परलकोट (Kherkatta Reservoir) जलाशय के ओवरफ्लो पानी टैंक में फूड ऑफिसर का एक महंगा फोन करीब 10 से 15 फीट गहरा पानी में गिर गया था। पानी में गिरे फोन को निकालने के लिए 3-4 दिनों तक पंप लगाकर पानी को खाली किया गया। तब जाकर अफसर का मोबाइस निकाला गया। मामले की जानकारी लगते ही खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास को निलंबित कर दिया गया।
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