हाइलाइट्स
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का तिहार शुरू हो गया है।
अब तक 1.6 लाख किसानों ने अनुमानत 6.32 लाख धान बिकी।
बिलासपुर, दुर्ग समेत 15 राज्यों में सबसे अधिक धान की खरीदी हुई।
सरगुजा और बस्तर संभाग के कई जिलों में धान की आवक काफी कम रही।
Chhattisgarh Paddy Purchase : छत्तीसगढ़। विधानसभा चुनाव और दिवाली त्यौहार के जाते ही धान किसान उपार्जन केंद्रों की तरफ निकल पड़ें है। किसान धान को उपार्जन केंद्र तक लाने के लिए ट्रैक्टर, ट्रक, पिकअप के साथ बैल और भैसा गाड़ियों का उपयोग कर रहे है। सोमवार को प्रदेश के 15 उपार्जन केंद्रों में धान की अधिक आवक हुई है। इसमें बिलासपुर, दुर्ग और राजनांदगांव शामिल है।
इन राज्यों के उपार्जन केंद्रों में धान की आवक अधिक
छत्तीसगढ़ के कांकेर, बिलासपुर, मुंगेली, सारंगढ़-बिलाईगढ़, बालोद, बेमेतरा, दुर्ग, कवर्धा, राजनंदगांव, खैरागढ़-छुईखदान- गांडई, बलौदाबाजार, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर शामिल है।
छत्तीसगढ़ में अब तक 1.6 लाख किसानों ने अनुमानत 6.32 लाख धान बेची है इसके एवज में अभी तक लगभग 1605 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। सरकार ने 130 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है जिसकी प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू हो गई है लेकिन त्योहारों की वजह से धान किसान धान बेचने में ढील कर रहे थे। इसके अलावा सरगुजा और बस्तर संभाग के कई जिलों में धान की आवक काफी कम रही है। जिसमें सबसे कम धान बिक्री के लिए आया है, उनमें बस्तर, बीजापुर, नारायणपुर, गौरेला- पेंड्रा- मरवाही जांजगीर चांपा, कोरबा, रायगढ़, सक्ती, बलरामपुर, जशपुर, कोरिया, सरगुजा, सूरजपुर, शामिल है। खाद्य सचिव टीपी वर्मा का कहना है कि बस्तर तथा सरगुजा संभाग के कुछ जिलों में धान कटाई में देरी से हुई है जिसकी वजह से यहाँ धान की कम खरीदी हुई है।
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