Azad Janata Party: विधानसभा चुनाव के पहले छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक अलग ट्विस्ट देखने को मिला है। छत्तीसगढ़ में अब पुलिस भी राजनीति में अपना हाथ आजमाने उतर रही है। इस पार्टी में पुलिस के अलावा वकील और डॉक्टर भी शामिल है। पुलिस परिवार आंदोलन के नेता उज्ज्वल दीवान समेत कई पूर्व पुलिसकर्मियों ने उनकी पार्टी जॉइन की है। इनमें से कुछ बर्खास्त हैं, कुछ ने इस्तीफा दे दिया है जो मंजूर नहीं हुआ है। 'आजाद जनता पार्टी' (Azad Janata Party) के बैनर तले अब 90 विधानसभा सीटों में चुनाव लड़ने की तैयारी है।
आजाद जनता पार्टी के अध्यक्ष उज्ज्वल दीवान ने बताया कि वे लगातार पुलिसवालों के लिए लड़ते आए हैं, लेकिन अब उनका किसी भी पॉलिटिकल पार्टी पर भरोसा नहीं रहा। इसलिए उन्होंने अब खुद की पार्टी खड़ी की है, जिसमें सहयोग से अब जल्द चुनाव में टक्कर देते नजर आएगी। राज्य के सभी पीड़ितों को न्याय दिलाना पार्टी का मकसद होगा। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बैठकें हो रही हैं और लोग लगातार जुड़ते जा रहे हैं।
प्रदेश में उठ रही थी क्षेत्रीय पार्टी की मांग :
उज्जवल दीवान ने आगे बताया कि, बहुत सारे ऐसे लोग है जो सामने नहीं आये है पर उनका सहयोग भरपूर मिला है। आगामी दिनों में कई पुलिसकर्मी इस्तीफ़ा देकर चुनाव लड़ेंगे। कुछ राज्यों को छोड़कर क्षेत्रीय पार्टियों का दबदबा देशभर में है और छत्तीसगढ़ में भी क्षेत्रीय पार्टी की मांग उठ रही थी, हालांकि इससे पहले अजीत जोगी और ताराचंद साहू ने भी अपनी पार्टी बनाई थी।
गृहमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे
पुलिस हेडक्वाटर से निलंबित हुए कॉन्स्टेबलों का कहना है कि, जब उनका इस्तीफा मंजूर होगा तब वे गृहमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे और अगर नहीं होता है तो गृह विभाग का पीड़ित सिपाही ताम्रध्वज साहू के खिलाफ और जेल विभाग का पीड़ित कॉन्स्टेबल संसदीय सचिव के खिलाफ चुनाव लड़ेगा। बता दें वर्त्तम में प्रदेश में पुलिस कर्मचारियों की संख्या जिला बल 63000, नगर सेना 12000, जेल विभाग 1500, इसके बाद सहायक आरक्षक 4000 तक है। जिसमें पुलिस परिवारों की संख्या लगभग 4 लाख 80 हजार है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।