Ambikapur Central Jail Raj Express
छत्तीसगढ़

सेंट्रल जेल में महिला बंदियों से हो रहा अमानवीय व्यवहार, राज्य मानवाधिकार आयोग में की शिकायत

महिला बंदियों के साथ अमानवीय कृत्य किए जाने की लिखित शिकायत जेल में निरुद्ध महिला बंदी के स्वजन ने राज्य मानवाधिकार आयोग, गृह सचिव, जेल महानिदेशक, सरगुजा कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक से की।

Deeksha Nandini

Ambikapur Central Jail: छत्तीसगढ़ के जेल में भी महिला कैदी सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रही है। एक ऐसी ही घटना छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से सामने आई है। सेंट्रल जेल अंबिकापुर में निरुद्ध महिला बंदियों से अमानवीय व्यवहार किए जाने की बात सामने आई है। इसके खिलाफ एक लिखित शिकायत राज्य मानवाधिकार आयोग में युवक द्वारा की गई है। युवक का कहना है कि, उसकी मौसी पिछले 6 माह से एक मामले में केंद्रीय जेल में निरुद्ध है, उसने वहां की आंखों देखी बात अपनी बहन व जीजा को बताई है।

युवक ने राज्य मानवाधिकार आयोग में की शिकायत:

निरुद्ध महिला बंदी के स्वजन ने राज्य मानवाधिकार आयोग, गृह सचिव, जेल महानिदेशक, सरगुजा कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत की है। अंबिकापुर के ग्राम मुड़ेसा निवासी कमलेश कुमार साहू ने उक्त शिकायत में उल्लेख किया है कि उसकी मौसी छह माह से केंद्रीय जेल में निरुद्ध है। पूरा परिवार जेल में नियमानुसार निर्धारित समय पर जेल में मुलाकात करते रहते हैं।

युवक द्वारा की गई शिकायत की प्रति

महिला बंदियों के कपड़े उतरवा कर अमानवीय व्यवहार :

युवक द्वारा लिखित शिकायत में बताया कि, उसकी मौसी ने बताया है कि जेल में ड्यूटीरत एक महिला अधिकारी व महिला जेल प्रहरी को हर महीने पैसा देना पड़ेगा। यदि किसी महिला बंदी द्वारा रुपए देने से मना किया जाता है तो उनके द्वारा उससे अमानवीय व्यवहार किया जाता है। वे महिला नंबरदारों से महिला बंदियों के कपड़े उतरवाकर अमानवीय व्यवहार करती हैं। यही नहीं, महिला अधिकारी इस कृत्य का अपने मोबाइल पर वीडियो बनाती है और धमकाती है कि, यह वीडियो वह उसके विपक्षियों को भेज देगी। उसने बताया कि ऐसा मेरे साथ न हो, इसलिए उन्हें भी हर महीने पैसे देने पड़ेंगे, तभी वह जेल में शांति से रह पाएगी और ठीक-ठाक खाना मिल पाएगा।

जांच की मांग :

शिकायत में युवक ने कहा है कि उसकी मौसी से जो गुनाह हुआ है उसकी सजा तो उसे मिलेगी और मिल ही रही है। लेकिन जेल में जो महिला बंदियों से ऐसा कृत्य किया जा रहा है वो मानव अधिकार का उल्लंघन है। इस मामले की जांच की जाये। इस मामले पर अंबिकापुर सेंट्रल जेल के अधीक्षक योगेश सिंह ने कहा कि, मेरे पास ऐसी शिकायत नहीं आई है, यदि किसी को शिकायत करनी है तो मेरे पास आकर करे। जेल में मोबाइल सभी के लिए प्रतिबंधित है।

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