Chhattisgarh Patwari Strike: छत्तीसगढ़ में पटवारियों का 15 मई से संघर्ष जारी है। सरकार और पटवारी संघ के बीच कोई समाधान नहीं निकल पाया है। विभाग के सचिव नीलम एन. एक्का (Secretary Neelam N. Ekka) और राजस्व पटवारी संघ (Revenue Patwari Union) के बीच एक बार फिर वार्ता हुई। इस बैठक में भी कोई नतीजा नहीं निकला है। पटवारी संघ अपनी मांगों को लेकर अभी भी अड़िग है।
शासन अब कड़ा निर्णय लेगा: सचिव एक्का
सचिव एक्का ने कहा कि पटवारी अपने को सरकार से ऊपर मान बैठे हैं। वह अपनी जिद नहीं तोड़ रहे हैं। इस मामले में और कुछ नहीं कहा जा सकता है। पटवारियों की हड़ताल से प्रदेश में जाति, निवास, आय प्रमाण पत्र के सारे काम ठप पड़े हुए हैं। राजस्व के सीमांकन, बटांकन और नामांतरण के मामले भी प्रभावित हैं। आगे उन्होंने कहा कि, शासन अब कड़ा निर्णय लेगा। एस्मा लगाने के बाद भी उनको समय दिया गया था, लेकिन अब समय खत्म हो गया है।
पहली वार्ता से भी नहीं निकला था हल :
इसके पहले सोमवार सचिव नीलम एन. एक्का पटवारी संघ से बात करके हड़ताल को ख़त्म कराने के उद्देश्य से गए थे जिसमें वो नाकाम रहे थे। इसके बाद सचिव ने दूसरी बार बुधवार को भी पटवारी संघ से बात करने के लिए आमंत्रित किया था। बताया जा रहा है कि, दूसरे दौर की बातचीत भी पूरी तरह विफल रही। वहीं अब पटवारियों की हड़ताल आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी।
शासन के नियमानुसार एक सप्ताह में रजिस्ट्री हुई संपत्ति का नामांतरण हो जाना चाहिए। सीमांकन-बटांकन के प्रकरण भी बारिश के पहले पूरा करके देना, जो नहीं हो पा रहा है। 15 मई से अब तक करीब 3400 सौ से ज्यादा संपत्तियों की रजिस्ट्री हुई है। इसमें लैंड रिकार्ड सही करने का काम पूरी तरह से बंद है।
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