हाइलाइट्स-
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से बड़ी खबर आई सामने।
सुकमा में 8 लाख के ईनामी नक्सली कमांडर ने किया आत्मसमर्पण।
सुकमा, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से बड़ी खबर सामने आई है। बता दें, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 8 लाख के इनामी नक्सली PLGA बटालियन के कंपनी नंबर-2 के कमांडर नागेश उर्फ एर्रा ने सरेंडर कर दिया है। नक्सली कमांडर नागेश काफी लंबे समय से सक्रिय था, वह बस्तर में बड़ा नक्सली कमांडर रहा है। नागेश साल 2010 में हुए ताड़मेटला हमले में भी शामिल रहा है। इस घटना में 76 जवान शहीद हुए थे।
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि, नागेश उर्फ़ एर्रा (उम्र 38 साल) जगरगुंडा का रहने वाला है। मौजूदा समय में वह नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन के कंपनी नंबर 2 के कमांडर के तौर पर सक्रीय था। सुकमा के ताड़मेटला में साल 2010 में हुए हमले में 76 जवान शहीद हुए थे, इस हमले में भी नागेश शामिल था।
एसपी किरण चव्हाण के मुताबिक, नागेश ने नक्सलियों की खोखली विचारधारा से परेशान हो गया था, जिसके बाद उसने नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ के तहत विश्वास, विकास एवं सुरक्षा की भावना एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘पुना नर्कोम अभियान’’ नई सुबह, नई शुरूआत से प्रभावित होकर नक्सलियों का साथ छोड़ने और समाज की मुख्यधारा में जुड़ने का निर्णय लिया और आज पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। एसपी किरण चव्हाण ने अन्य नक्सलियों से भी नक्सलवाद को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने की अपील की है।
जानकारी के अनुसार, एर्रा 2003 में गैरकानूनी आंदोलन में शामिल शामिल हुआ था। उसने एक स्थानीय संगठन दस्ता के सदस्य के रूप में भर्ती हुआ था। इसके बाद इस दस्ते में उसका कद बढ़ता गया। आगे 2015 में पदोन्नति देते हुए, उसे माओवादियों के पीएलजीए बटालियन नंबर एक का कंपनी कमांडर बना दिया गया।
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