बंगला नववर्ष एवं शताब्दी वर्ष समारोह में CM Social Media
छत्तीसगढ़

बंगला नववर्ष एवं शताब्दी वर्ष समारोह में पहुंचे CM, कहा-विकास में बंगाली समाज का महत्वपूर्ण योगदान

Deeksha Nandini

बिलासपुर, छत्तीसगढ़। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बिलासपुर के कालीबाड़ी मैदान में आयोजित बंगाली नववर्ष एवं बिलासपुर बंगाली एसोसिएशन के शताब्दी समारोह को संबोधित किया। मुख्यमंत्री बघेल ने कालीबाड़ी में मां काली की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने की। सीएम बघेल ने कार्यक्रम में मंच को सम्बोधित कर कहा- छत्तीसगढ़ के विकास में बंगाली समाज का महत्वपूर्ण योगदान है।

यह रहे कार्यक्रम में मौजूद :

शताब्दी समारोह में संसदीय सचिव रश्मि सिंह, विधायक श्री शैलेश पांडे, नगर निगम बिलासपुर के महापौर रामशरण यादव, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष, जिला सहकारी बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष, अरपा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, विजय पांडे, रामकृष्ण मिशन कोनी के संत सेवाव्रतनंद महाराज, रविघोष, सहित बंगाली समाज के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद थे। समारोह में बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई।

इस समारोह में मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ की महान विभूतियों को छत्तीसगढ़ रत्न अवार्ड से सम्मानित किया। इनमें पद्म विभूषण पंडवानी गायिका तीजन बाई, न्यायमूर्ति किशोर भादुड़ी, नीति आयोग के पूर्व सदस्य और अर्थशास्त्री प्रणव कुमार चट्टोपाध्याय शामिल हैं।

सीएम बघेल का सम्बोधन :

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, कि स्वामी विवेकानंद ने बंगाल के बाद सबसे ज्यादा समय छत्तीसगढ़ में ही बिताया है। उन्होंने पूरे 2 वर्ष तक का समय छत्तीसगढ़ में बिताया। स्वामी विवेकानंद के नाम पर ही छत्तीसगढ़ में एयरपोर्ट का नाम रखा गया है। रविंद्रनाथ टैगोर के द्वारा समाज को दिए गए योगदान को नही भुलाया जा सकता। रविंद्रनाथ टैगोर ने भी छत्तीसगढ़ में समय बिताया है। उन्होंने अविभाजित बिलासपुर में अपनी पत्नी का इलाज करवाया था। कार्यक्रम में स्वागत भाषण बंगाली एसोसिएशन बिलासपुर के महासचिव देवाशीष लाल्टू घोष ने दिया।

बंगाली समुदाय शुरू से ही सचेत और जागरूक रहा है। बंगाल की धरती क्रांतिकारियों और समाज सुधारकों की रही है। इनके बिना देश की आजादी और नवनिर्माण की कल्पना नहीं की जा सकती है। राजा राममोहन राय और सुभाष चंद्र बोस के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता। संत रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद पूरी दुनिया को बंगाल की सर्वश्रेष्ठ देन है। देश के भक्ति आंदोलन में भी बंगाल के संतो का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

जमीन आबंटित करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए:

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बंगाली समुदाय को मोपका और तिफरा में 7 हजार और 5 हजार स्क्वेयर फीट जमीन आबंटित करने के लिए कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि दुर्गा पूजा और गणेश पूजा हमारी सांस्कृतिक पहचान बन गए हैं। बंगाल से छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक संबंध रहें है। लोगों के साथ उनकी संस्कृति भी चलती है। छत्तीसगढ़ ने बंगाल की संस्कृति को आत्मसात किया है। मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानंद और रविंद्रनाथ टैगोर की छत्तीसगढ़ यात्राओं का भी स्मरण किया।

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