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छत्तीसगढ़

Budget Session 2024: छत्तीसगढ़ के बजट सत्र की शुरुआत, जानिए राज्यपाल ने क्या कहा अपने अभिभाषण में

CG Budget Session 2024: आज से छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र का आगाज हो गया है। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के अभिभाषण से शुरू हुआ।

Author : Sudha Choubey

हाइलाइट्स-

  • छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र का हुआ आगाज।

  • राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने दिया अभिभाषण।

  • छत्तीसगढ़ में 9 फरवरी को छत्तीसगढ़ का बजट होगा पेश।

रायपुर, छत्तीसगढ़। आज से छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र का आगाज हो गया है। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के अभिभाषण से शुरू हुआ। 9 फरवरी को छत्तीसगढ़ का बजट पेश होगा। बता दें, राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने छत्तीसगढ की 6वीं विधानसभा के दूसरे सत्र को संबोधित किया। विधानसभा पहुंचने पर राज्यपाल हरिचंदन का मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत और संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने स्वागत किया। छत्तीसगढ़ सरकार की अब तक की उपलब्धियों को राज्यपाल ने सदन में गिनवाया।

विश्व भूषण हरिचंदन ने अपने अभिभाषण में कही यह बात:

राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने सबसे पहले कहा कि, "छत्तीसगढ़ विधानसभा के वर्ष 2024 में आयोजित इस प्रथम सत्र में आपका हार्दिक अभिनंदन करता हूं। आप सभी को बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं।"

राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने अपने अभिभाषण में कहा कि, "छत्तीसगढ़ की छठवीं विधानसभा का गठन दिसम्बर 2023 में हुआ था। 20 दिसम्बर 2023 को नवगठित विधानसभा के प्रथम सत्र के अपने अभिभाषण में मैंने कहा था कि, मेरी सरकार छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री माननीय स्व. अटल बिहारी वाजपेयी तथा वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आदर्शों और सिद्धांतों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में सुशासन का नया दौर प्रारंभ करने के लिए संकल्पबद्ध है। मुझे खुशी है कि अल्प अवधि में मेरी सरकार ने जनता से किए गए वादे पूर्ण करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं, जिसके कारण प्रदेश में न्याय, राहत और विकास का नया दौर शुरू हुआ है।"

राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने कहा कि, "हमारी सरकार किसान हितैषी सरकार है। किसानों के लिए कई कल्याणकारी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सरकार बनने के बाद धान की बकाया बोनस राशि किसानों के खाते में डाली गई। सरकार बनने के बाद से ही मोदी की गारंटी पर काम किया जा रहा है। सामाजिक सद्भाव बनाने में सरकार हर मोर्चे पर काम कर रही है। हमारी सरकार अलग-अलग संस्कृतियों को संरक्षित कर रही है, पर्यटन को बढ़ावा दे रही है। शक्तिपीठों को हमारी सरकार संस्कृति के साथ पर्यटन का केंद्र बना रही है। इससे पर्यटन बढ़ेगा। राजिम कुंभ का नाम राष्ट्रीय के साथ वैश्विक स्तर पर हो रहा है। श्रीराम का नाम दुनिया के साथ छत्तीसगढ़ में रामायण मंडलियों की ओर से फैलाया जा रहा है। रामलला योजना शुरू करके हमारी सरकार लोगों को अयोध्या श्रीराम मंदिर के दर्शन करा रही है।"

उन्होंने कहा कि, "मेरी सरकार ने ‘‘समृद्ध किसान-संपन्न प्रदेश‘‘ की अवधारणा पर तेजी से अमल साल के धान के बकाया बोनस 3 हजार 716 करोड़ रुपए की राशि अंतरित कर दी गई है। किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का वादा भी निभाया गया और धान खरीदी की पारदर्शी और सुगम व्यवस्था भी की गई, जिससे इस वर्ष छत्तीसगढ़ में अब तक का सर्वाधिक धान खरीदी का कीर्तिमान स्थापित हुआ है।"

 संस्कृति, स्वास्थ्य, अधोसंरचना, रोजगार पर तेजी से काम किया जाएगा: विश्व भूषण हरिचंदन

राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने कहा कि, "जनजाति उत्थान-प्रदेश का मान‘‘ ध्येय वाक्य अनुसूचित जनजाति के जीवन से जुड़े सभी पहलुओं पर मेरी सरकार की संवेदनशीलता और सकारात्मक सोच को प्रकट करता है। बच्चों की शिक्षा से लेकर पूरे समुदाय की संस्कृति, स्वास्थ्य, आवश्यक अधोसंरचना, रोजगार, जीवन स्तर उन्नयन जैसे सभी विषयों पर तेजी से काम किया जाएगा।"

राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि, "प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) के द्वारा पीवीटीजी अर्थात् विशेष रूप से पिछड़े जनजातीय समूहों (बैगा, कमार, पहाड़ी कोरवा, बिरहोर एवं अबूझमाड़िया) को मूलभूत सुविधाओं जैसे-पक्के आवास गृह, संपर्क सड़कें, छात्रावास का निर्माण, शुद्ध पेयजल, विद्युतीकरण, बहुउद्देशीय केन्द्रों, आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा वनधन केन्द्रों का निर्माण, मोबाइल टॉवर की स्थापना, व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल से परिपूर्ण करने हेतु मेरी सरकार कृत संकल्पित है। पीएम जनमन महाअभियान के अंतर्गत विशेष रूप से संरक्षित जनजातियों के स्वास्थ्य की जांच, उपचार एवं दवा वितरण हेतु 66 चलित चिकित्सा इकाई वाहनों का उपयोग किया जा रहा है।"

लघु वन उपजों से जुड़े आजीविका के साधनों को मजबूत बनाने को मेरी सरकार उच्च प्राथमिकता देगी: राज्यपाल

उन्होंने कहा कि, "तेन्दूपत्ता, महुआ, इमली सहित सभी लघु वन उपजों से जुड़े आजीविका के साधनों को मजबूत बनाने को मेरी सरकार उच्च प्राथमिकता देगी। तेंदूपत्ता का संग्रहण पारिश्रमिक 5500 रूपये प्रति मानक बोरा तथा संग्राहकों को 4500 रूपये तक बोनस प्रदाय किए जाने हेतु मेरी सरकार कटिबद्ध है। संग्राहकों और उनके परिवारजनों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा जो उनके स्वास्थ्य, शिक्षा व चहुंमुखी विकास का मार्ग प्रशस्त करेंगी। इसके साथ ही विकास के क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करने, नई संभावनाओं, नए अवसरों का लाभ उठाने के लिए स्थानीय रहवासियों को सक्षम बनाया जाएगा।"

महिलाओं का जीवन आसान बनाने में ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना‘ की बड़ी भूमिका रही है: विश्व भूषण

विश्व भूषण हरिचंदन ने कहा कि, "महिलाओं का जीवन आसान बनाने में ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना‘ की बड़ी भूमिका रही है। इसके अंतर्गत प्रदेश में अब तक 36 लाख से अधिक नवीन गैस कनेक्शन जारी किए गए हैं। यह सुविधा भी शत-प्रतिशत पात्र हितग्राहियों तक पहुंचाई जाएगी।"

प्रदेश को नक्सल समस्यामुक्त बनाने के लिए संकल्पित:

राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि, "नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस अधोसंरचना के विकास के लिए लगभग 201 करोड़ रुपए की लागत से काम जल्द पूरे किए जाएंगे। सरकार प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। साथ ही छत्तीसगढ़ को पूरी तरह नक्सल समस्यामुक्त राज्य बनाने के लिए कटिबद्ध है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्राथमिकता के आधार पर काम किया जाना सरकार का मुख्य मकसद है।"

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