गाजियाबाद। जब भी देश में कोई संगीन और गंभीर घटना घटती है और उस मामले में पुलिस की जांच काफी न होने पर वो मामला देश की नामी जांच एजेंसी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) को दे दिया जाता है। फिर उस मामले की पूरी तह तक जांच CBI ही करती है और निष्कर्ष निकाल कर असली आरोपी को सजा दिलवाई जाती है। जैसे हाल ही में सुशांत का मामला सामने आया था।
CBI अफसर के घर छापेमारी :
जरा सोचिए की सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) का कोई अफसर खुद ही गलती या फर्जीवाड़ा कर दे तब क्या होगा। सोचकर ही थोड़ा अजीब लगता है ना, क्योंकि, CBI को देश की एक ईमानदार एजेंसी माना जाता है जो, किसी भी मामले की निष्पक्ष होकर जांच करती है, लेकिन इस मामले में CBI खुद ही गुनहगार है। दरअसल, गाजियाबाद के कौशांबी में CBI की टीम ने CBI के ही एक पूर्व अफसर एंटी करप्शन ब्रांच के हेड DSP आर.के. ऋषि के घर छापेमारी की है। कौशांबी रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी ने बताया है कि, इस मामले की जांच करने टीम शिवालिक टावर के फ्लैट नंबर 402 में रहने वाले CBI के पूर्व डिप्टी एसपी के फ्लैट पर भ्रष्टाचार के मामले में छापे की कार्रवाई की गई है।
12 अधिकारियों की टीम ने की छापेमारी :
खबरों की मानें तो, CBI की 12 अधिकारियों की एक टीम सुबह लगभग 8:30 बजे CBI के अफसर के फ्लैट पर पहुंची और कार्रवाई शुरू कर दी। CBI इस कार्रवाई पूरी करके 1:30 बजे वापस लौट गई। अधिकारियों ने घर के अंदर ही परिवार के सभी सदस्यों से पूछताछ भी की। CBI की टीम 2 गाड़ियों में फ्लैट पहुंची थीं। फिलहाल इस मामले में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है, क्योंकि फिलहाल शिवालिक टावर की RWA और अन्य पदाधिकारियों ने कुछ भी बताने से साफ़ मना कर दिया है।
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