Biparjoy Cyclone Raj Express
भारत

बिपरजॉय ने सौराष्ट्र-कच्छ तट पर किया लैंडफॉल, तेज हवा से पेड़-खंभे उखड़े, निचले क्षेत्रों में भरा समुद्री पानी

गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में चक्रवात बिपरजाय ने लैंडफाल कर लिया है। तूफान के कारण बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं।

Aniruddh pratap singh

राज एक्सप्रेस। गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में चक्रवात बिपरजाय ने लैंडफाल कर लिया है। तूफान के कारण बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। इस कारण कई स्थानों पर पेड़ और खंभे उखड़ गए। गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र के अलावा अन्य समुद्र तटीय इलाकों में चक्रवात के कारण बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग ने लैंडफाल की पूरी तीव्रता रात में करीब 8 से 10 बजे के बीच रहने का अनुमान जताया है। इस दौरान हवा की रफ्तार 150 किमी प्रति घंटे से ऊपर निकल सकती है।

आधी रात तक जारी रहेगा लैंडफाल

मौसम विभाग के अनुसार तूफान का लैंडफॉल आधी रात तक जारी रहेगा। कच्छ और सौराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। यहां तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। कई इलाकों में पेड़ और खंभे गिरने लगे हैं। अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों को तटीय इलाकों से रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थािनों पर ले जाया गया है। कोस्ट गार्ड ने 15 जहाज और 7 एयरक्राफ्ट तैयार रखे गए हैं। एनडीआरएफ की 27 टीमें भी तैनात की गई हैं। इसके साथ ही सेना भी अलर्ट पर है।

तेज हवा में कई घरों की छत उड़ी, निचले इलाकों में भरा पानी

चक्रवाती तूफान के लैंडफाल की वजह से समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। निकले इलाकों में पानी भर गया है। गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर समुद्र की लहरें बड़ी-बड़ी क्रेन्स तक पहुंच गईं। यहां सभी तरह के ऑपरेशन रोक दिए गए हैं। जखौ में तेज हवा अनेक घरों की छतें उड़ा ले गई है। यहां शाम से ही भारी बारिश भी हो रही है। बिपरजॉय पिछले 25 साल में जून महीने में गुजरात के तट से टकराने वाला पहला तूफान होगा। इससे पहले 9 जून 1998 को एक तूफान गुजरात के तट से टकराया था। तब पोरबंदर के पास 166 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली थी।

125 से 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हवाएं

बिपरजॉय चक्रवात के दौरान हवाएं 125 से 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हैं। चक्रवात का केंद्र कच्छ का जखौ पोर्ट है। तूफान के चलते सौराष्ट्र-कच्छ तट पर आज और कल भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। इसके चलते सोमनाथ, द्वारका सहित सभी मंदिरों को कल तक दर्शनार्थियों के लिए बंद रखने का फैसला किया गया है। अगले तीन दिन तक इन इलाकों के सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।

गुजरात के अलवा 10 अन्य राज्यों में भी तूफान का असर

तेज हवा और बारिश के कारण कई जगहों पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं। प्रशासन ने निचले स्थानों से लोगों को पहले ही हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। कच्छ इलाके में तेज बारिश के कारण बड़ी तबाही की खबर है। मुंद्रा शहर में तेज हवाओं के कारण खजूर के बाग उजड़ गए हैं। केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला आज गुजरात के एकादश रुद्र महादेव मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे। इस दौरान चक्रवात के समुद्र में लहरें उठने लगीं। उन्हें यहां से किसी तरह सुरक्षित निकाला गया। मौसम विभाग के अनुसार गुजरात के अलावा 10 अन्य राज्यों में इस तूफान का असर देखा जा रहा है। इनमें राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, लक्षद्वीप, केरल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय शामिल हैं। यहां के कई इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं और बारिश हो रही है। तूफान की वजह से मुंबई के मरीन लाइन्स में गुरुवार रात को 8-10 फीट ऊंची लहरें उठती दिखाई दीं। राजस्थान में बिपरजाय का असर दिखाई देने लगा है। कई स्थानों पर बारिश हो रही है।

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