फेक न्यूज फैलाने के जुर्म में जेल में रहने वाले Youtuber Manish Kashyap भाजपा में शामिल
भाजपा सांसद मनोज तिवारी और अनिल बलूनी ने दिलाई सदस्यता
बिहार की पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया था फैसला
दिल्ली। बिहारी मजदूरों को लेकर तमिलनाडु में Fake News और फ़र्ज़ी वीडियो फ़ैलाने के जुर्म 9 महीनों तक जेल में रहने वाले बिहार के चर्चित Youtuber Manish Kashyap ने आज भाजपा का दामन थाम लिया। आज सुबह लगभग 11 बजे भाजपा नेता मनोज तिवारी और अनिल बलूनी की उपस्थिति में आधिकारिक तौर मनीष कश्यप भाजपा में शामिल हो गए। मनीष कश्यप सांसद मनोज तिवारी के साथ दिल्ली पहुंचे थे।चर्चित यूटूबेर मनीष कश्यप ने पहले बिहार की पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। यहाँ से NDA के उम्मीदवार के तौर पर भाजपा के संजय जैसवाल चुनाव लड़ रहे है। हालांकि, अब उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
भाजपा में शामिल होने के बाद यूटूबेर मनीष कश्यप ने कहा कि हम कल मनोज तिवारी (भाजपा सांसद) के साथ बिहार से आये। उनके कारण ही मैं जेल से रिहा हो सका और मेरे जीवन के बुरे दिन समाप्त हुए। इसलिए, मैं भाजपा में शामिल हो गया। हमें बिहार को मजबूत करना है। बीजेपी के साथ मिलकर बिहार को मजबूत करूंग। मुझ पर आरोप लगाए गए लेकिन पटना कोर्ट ने न सिर्फ मुझे जमानत दे दी बल्कि बरी भी कर दिया। सनातन को बदनाम करने वालों और राष्ट्रवाद के खिलाफ लोगों के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी।''
पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से लड़ने वाले थे निर्दलीय चुनाव :
इससे पहले, कश्यप ने पश्चिम चंपारण निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने के अपने इरादे की घोषणा की थी। हालांकि, अब उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। हालांकि, मनीष कश्यप चुनावी मैदान में नए नहीं हैं। उन्होंने साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चनपटिया विधानसभा सीट से भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुके थे। हालांकि, उन्हें यहां हार मिली थी। अटकलें हैं कि उन्हें पार्टी के भीतर विधान परिषद सदस्य (MLC ) के रूप में एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी या टिकट की पेशकश की जा सकती है।
बिहार और तमिलनाडु में फेक न्यूज़ फ़ैलाने के जुर्म हुए थे गिरफ्तार :
मनीष कश्यप फर्जी वीडियो जारी करने के मामले में जेल चले गए थे। दरअसल, पटना पुलिस की विशेष आर्थिक अपराध इकाई ने उनके खिलाफ तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के खिलाफ जारी हिंसा का फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर फैलाने का आरोप लगाया था। जिसके बाद उनके खिलाफ NSA भी लगा दिया गया था। मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी तिवारी पर केवल बिहार ही नहीं बल्कि तमिलनाडु में भी मुकदमे दर्ज हैं। दोनों राज्यों की पुलिस ने उसे फेक वीडियो केस में आरोपी लगाया है। उसपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया था। हालांकि, पिछले साल नवंबर में मद्रास हाई कोर्ट ने इस मामले में उन्हें राहत दे दी थी।
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