राज एक्सप्रेस। किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद जहां, दो किसान संगठनों ने अपना नाम किसान आंदोलन से अलग कर लिया है। वहीं, एक अन्य संगठन भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने सरेंडर करने से इनकार कर दिया। साथ ही उन्होंने आंदोलन को भी जारी रखने की बात कही है।
भारतीय किसान यूनियन जारी रखेगा आंदोलन :
दरअसल, भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन से अपना नाम अलग नहीं करने का फैसला लेते हुए गुरुवार की शाम को कहा है कि, 'वो अपराधी नहीं हैं, इसलिए वो सरेंडर नहीं करेंगे। किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। लाल क़िले पर किसने हिंसा फैलाई इसकी जांच हो, सुप्रीम कोर्ट इसकी जांच करे। हमारे साथ छल हुआ है, एक कौम को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। तिरंगे का अपमान गलत है, दीप सिद्धू का कनेक्शन किसके साथ है, सुप्रीम कोर्ट को इस बात की जांच करनी चाहिए।'
राकेश टिकैत का भड़काऊ बयान :
BKU नेता राकेश टिकैत ने भड़काऊ बयान देते हुए कहा, 'हम बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन धरनास्थल खाली नहीं होगा। गिरफ्तारी के बाद मेरे और मेरे साथियों के साथ क्या होगा ये मुझे पता है। गोली चलेगी तो गोली खाएंगे।' इसके अलावा उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि, 'अगर धरना खत्म हुआ तो मैं यहीं पर फांसी लगा लूंगा। गाजीपुर बॉर्डर पर अगर कोई गड़बड़ी होती है तो, ये पूरी तरह से प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। हमारा खाना-पानी बंद कर दिया गया है। मैं यहां न खाना खाऊंगा और न पानी पीऊंगा, गांव से पानी आएगा तब ही पीऊंगा।'
टिकैत नहीं हुआ गिरफ्तार :
बताते चलें, गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस के अधिकारी मौजूद हैं। तनाव पूर्ण हालातों के चलते यहां भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है। इस मामले में UP पुलिस का कहना है कि, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत प्रशासन की बात नहीं मान रहे हैं। हमने गिरफ्तार करने की कोशिश भी की थी, लेकिन उन्हें पकड़ा नहीं जा सका है। हालांकि, UP की योगी सरकार प्रदर्शन कर रहे किसानों को जिलों के बॉर्डर से हटाने के निर्देश दे चुकी हैं। साथ ही न मानने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी आदेश जारी किए हैं।
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