राजस्थान, भारत। राजस्थान के जैसलमेर में बीएसएफ के 57वें स्थापना दिवस समारोह को अमित शाह ने संबोधित किया।
आज बीएसएफ का 57वां स्थापना दिवस है :
बीएसएफ के 57वें स्थापना दिवस समारोह में अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा- आज बीएसएफ का 57वां स्थापना दिवस है। स्थापना के बाद पहली बार आज बीएसएफ का स्थापना दिवस देश की सीमा के जिले में मनाने का निर्णय लिया गया है। इस परंपरा को जारी रखना चाहिए। ये स्थापना दिवस आजादी के अमृत महोत्सव काल में मनाया जा रहा है।
देश भर के पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल और सीएपीएफ के 35,000 से अधिक जवानों ने अलग-अलग जगह पर अपना बलिदान दिया है। BSF में इसमें अग्रणी है। मैं सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी वीर जवानों को प्रधानमंत्री जी और देश की तरफ से श्रद्धांजलि देता हूं।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
अमित शाह के संबोधन की प्रमुख बातें :
प्रधानमंत्री सीमाओं के प्रहरियों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे हैं। मोदी सरकार ने सशस्त्र बलों के परिवारजनों को पूर्ण स्वास्थ्य कवर प्रदान किया गया है, जिसके तहत एक कार्ड के द्वारा परिजन आसानी से इसका लाभ ले सकते हैं।
2014 से देश की सीमाओं की सुरक्षा को गंभीरता से भारत सरकार ने लिया है। जहां-जहां भी सीमा पर अतिक्रमण करने का प्रयास हुआ, हमने तुरंत जवाबी कार्रवाई की है। हमारी सीमा को और हमारे जवानों को कोई हल्के में नहीं ले सकता, ये संदेश भारत ने दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के लिए सीमाओं की सुरक्षा का मतलब ही राष्ट्र की सुरक्षा है। आप सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं, तो आप पूरे देश को सुरक्षित करने का काम कर रहे हैं।
विश्व में उपलब्ध आधुनिक से आधुनिक तकनीक आपको और सीमा सुरक्षा बल को उपलब्ध कराई जाएगी। केंद्र सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। बल में 50,000 जवानों की भर्ती का काम पूरा हो गया है। भर्तियों की संख्या और बढ़ाने के लिए हम निश्चित प्रयास करेंगे।
हमारी सीमाएं जितनी सुरक्षित होंगी, सीमावर्ती क्षेत्र भी उतना ही सुरक्षित होगा। सीमावर्ती क्षेत्रों को सुरक्षित रखने के लिए और बेहतर सुविधाएं देने के लिए ढेर सारी योजनाएं मोदी सरकार ने बनाई है।
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