राज एक्सप्रेस। हर साल की तरह इस साल भी अमरनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों को बड़ी तादाद में शिवलिंग के दर्शन के लिए जाते हुए देखा जा रहा है। हालांकि जम्मू-कश्मीर में बादल फटने के कारण यात्रा पर आंशिक रूप से विराम जरुर लगा था, लेकिन अब फिर से अमरनाथ यात्रा शुरू हो गई है। तीर्थयात्री फिर से जम्मू बेस कैंप से भोलेनाथ के दर्शन के लिए निकल गए हैं। लोगों का कहना है कि वे दर्शन किए बिना वापस नहीं जाने वाले हैं। ऐसे में हम आपको इस यात्रा में आने वाली कठिनाइयों के बारे में बताने वाले हैं।
1. हाल ही में हम यहां पर बादल फटने की घटना को देख चुके हैं, जिसके बुरे परिणाम भी सामने आए हैं। जोकि ना केवल भक्तों के रास्ते का रोड़ा बनता है, बल्कि साथ ही कई लोगों की जान तक ले लेता है।
2. पहाड़ों पर जाते वक्त लैंडस्लाइड का देखा जाना बहुत आम बात है। पहाड़ का यह धंसना अमूमन होता है और कई बड़ी समस्याओं जैसे आवागमन, तीर्थयात्रियों का जीवन आदि को प्रभावित करता है।
3. अमरनाथ की यह गुफा 12,700 फीट की ऊंचाई पर है, जिसके कारण यहां मौसम में काफी परिवर्तन होता है। और यह भक्तों के लिए बड़ी समस्या खड़ी करता है।
4. अधिक ऊंचाई पर जाने से साँस की समस्या होना काफी आम बात है। यह आपकी राह में कठिनाई बन सकती है। इसलिए कहा जाता है कि जो व्यक्ति स्वस्थ ना हो उसे ऐसी जगहों से दूर रहना चाहिए।
5. अमरनाथ की गुफा तक जाने का रास्ता काफी दुर्गम है जिस कारण आपको इस पर चलने में काफी कठिनाइयाँ महसूस हो सकती हैं।
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