जम्मू कश्मीर, भारत। देश में कोरोना की एंट्री के बाद से देश में काफी कुछ बदल गया था। कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण चलते पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। तब से लेकर अब काफी समय तक पूरे भारत के सभी पर्यटक और धार्मिक स्थल बंद थे। परन्तु धीरे-धीरे करके सभी पर्यटक और धार्मिक स्थल को भी दर्शन के लिए खोल दिया गया था, लेकिन पिछले दो सालों में भी अमरनाथ के दर्शन दुर्लभ रहे। वहीं, अब श्रद्धालु अमरनाथ के दर्शन भी कर सकेंगे जिसके लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है।
अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू :
जी हां, बीते दो साल से शिव भक्तों के अमरनाथ के दर्शन दुर्लभ हो गए थे, लेकिन अब दो साल के लंबे इंतज़ार के बाद अब सभी यात्री अमरनाथ की यात्रा के लिए जा सकेंगे। दो साल बाद आज सोमवार 11 अप्रैल से एक बार फिर अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। जो भी श्रद्धालु दर्शन के लिए जाने का मन बना रहा हो वह रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया से गुजरते हुए खुद को रजिस्टर करा सकता है। इसके बाद इस बार अमरनाथ की यात्रा 30 जून से शुरू होने जा रही है, जो कि 11 अगस्त तक जारी रहेगी। अमरनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन शुरू होने की जानकारी अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के CEO नीतिश्वर कुमार ने दी है।
तैयार किए गए यात्री निवास तैयार :
मरनाथजी श्राइन बोर्ड के CEO नीतिश्वर कुमार ने यह भी जानकारी दी है कि, जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा दक्षिण कश्मीर स्थित अमरनाथ धाम की सालाना यात्रा के लिए आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए 20 हजार की क्षमता वाला यात्री निवास तैयार किया है। बताते चलें, हर साल अमरनाथ यात्रा जम्मू और कश्मीर के पहलगाम से शुरू होती है। जो पहलगाम से शुरू होने के बाद अमरनाथ की पवित्र गुफा पर जाकर खत्म होती है।
श्रद्धालुओं के लिए चुनौतीपूर्ण यात्रा :
यह यात्रा हिंदू धर्म से जुड़े लोगों के लिए काफी पवित्र मानी जाती है। यह गुफा 40 मीटर ऊंची है।हालांकि, यह बात सभी जानते हैं कि, अमरनाथ की पवित्र गुफा चारों तरफ बर्फ के पहाड़ों से अपने आप प्राकृतिक रूप से निर्मित होती है और पूरे सालभर में कुछ समय के लिए यहां गुफा के सामने से बर्फ अपने आप हटती है और शिव भगवन शिव जी के शिवलिंग रूप के भव्य दर्शन होते हैं। सभी श्रद्धालु उस दौरान दर्शन करते हैं। हालांकि, अमरनाथ यात्रा आसान नहीं है यह श्रद्धालुओं के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होती है क्योंकि, यह गुफा सीधी खड़ी चढ़ाई वाली पहाड़ियों के रास्तों से होते हुए जाती है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
ऐसे कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
यदि आप अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं और आपको जानकारी नहीं है तो इस प्रकार आप रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
आपको सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट https://jksasb.nic.in/ पर विजिट करे (आप मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।)
यात्री जम्मू-कश्मीर बैंक, पीएनबी बैंक, यस बैंक और एसबीआई बैंक की 446 शाखाओं में भी रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।
एप्लीकेशन फॉर्म के साथ हेल्थ सर्टिफिकेट, चार पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत रजिस्ट्रेशन में पड़ती है।
अमरनाथ यात्रा का पौराणिक महत्व :
हिंदू पौराणिक मान्यताओं की मानें तो, इसी गुफा में भगवान शिव ने पार्वती को जीवन से जुड़े रहस्यों के बारे में बताया था जिसे दो कबूतरों ने सुन लिया। उन दो कबूतरों को अब भी इस गुफा में देखा जाता है। मान्यताओं के मुताबिक भृगु ऋषि ने सबसे पहले इस गुफा की खोज की थी।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।