जहरीली हो रही देश के बड़े शहरों की हवा Syed Dabeer Hussain - RE
भारत

जहरीली हो रही देश के बड़े शहरों की हवा, जानिए कैसे कम होगा यह प्रदूषण?

दुनिया भर में लगातार प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। जिसके बाद अब इस लिस्ट में भारत के भी कई बड़े शहरों के नाम शामिल हो गए हैं। चलिए जानते हैं इनके बारे में।

Priyank Vyas

राज एक्सप्रेस। देशभर में लंबे समय से प्रदूषण का स्तर बढ़ता दिखाई दे रहा है। इसे कम करने के लिए सरकार समय-समय पर कई कैंपेन का आयोजन भी कर रही है। लेकिन इसके बावजूद भी प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। आज देश के कई बड़े शहरों की हवा इतनी जहरीली हो चुकी हैं कि इसका स्वास्थ्य पर भी बुरा असर हो रहा है। इन शहरों में एक नाम देश की राजधानी दिल्ली का भी शामिल है। तो चलिए आपको बताते हैं कि कौनसे शहर सबसे ज्यादा प्रदूषित हैं और इस जहरीली हवा को साफ़ करने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं?

देश के सबसे प्रदूषित शहर :

देश का सबसे प्रदूषित शहर उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद रहा है। यहाँ का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 384 दर्ज किया गया है। इसके बाद नोएडा को प्रदूषित शहरों की सूची में दूसरा और ग्रेटर नोएडा को तीसरा स्थान मिला है। इस सूची से देश की राजधानी नई दिल्ली भी अछूती नहीं रही है। दिल्ली में बीते शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 346 देखा गया था। जबकि राजधानी के आनंद विहार में यह आंकड़ा 443 पर था। इस मामले में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि हवा की गति कम होने के कारण हवा में जहर फ़ैल रहा है।

कैसे कम होगा यह प्रदूषण?

प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए सभी प्रदूषित शहरों में ये काम करने की सलाह दी जाती है।

  1. नियमित रूप से सड़कों की सफाई।

  2. अधिक ट्रैफिक वाले क्षेत्रों में सड़कों पर पानी का छिड़काव।

  3. कोयला और लकड़ी जलाने पर प्रतिबंध।

  4. डीजल जनरेटर के संचालन पर लगाम।

  5. प्राइवेट व्हीकल की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग।

  6. पेट्रोल-डीजल की बजाय सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों का अधिक उपयोग।

  7. बिना पीएनजी के चलने वाले उद्योगों पर सीमित समय के लिए प्रतिबंध आदि।

कैसे मापते हैं प्रदूषण स्तर?

जब किसी क्षेत्र में AQI का स्तर 0 से 50 के बीच होता है तो इसे सबसे अच्छा माना जाता है। जबकि AQI स्तर 51 से 100 तक होने पर संतोषजनक और 101 से 200 के बीच होने पर माध्यम श्रेणी में रखा जाता है। इसके अलावा AQI स्तर 201 से 300 के बीच खराब और 301 से 400 के बीच बहुत खराब श्रेणी में आता है। लेकिन यदि AQI स्तर 401 से 500 के बीच होता है तो इसे गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। ऐसी स्थिति में साँस लेना भी हानिकारक माना जाता है।

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