राज एक्सप्रेस। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को विश्वभर से बेशुमार प्यार मिल रहा है। साथ ही वे विदेश दौरे पर भी जाते रहते हैं, वहीं 4 अगस्त को वे रशिया के दो दिवसीय दौरे पर गए और यहां 20वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में शिरकत करने पहुंंचे हैं।
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब रूस पहुंचे, तो यहां व्लादिवोस्तोक हवाईअड्डे पर 'गार्ड ऑफ ऑनर' देकर उनका भव्य स्वागत किया। रूस के नियमों के मुताबिक, मोदी जी का राजकीय सम्मान किया गया और भारतीय समुदाय ने भारत माता की जय व मोदी- मोदी के नारों के साथ उनका वेलकम किया।
पुतिन ने मोदी को दिखाई सांस्कृतिक प्रदर्शनी :
रूस के पहले दिन यानी 4 अगस्त को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को यहां की एक भव्य सांस्कृतिक प्रदर्शनी दिखाई और उन्हें खेलों में अपनी रुचि के बारे में भी बताया। राष्ट्रपति पुतिन के साथ प्रधानमंत्री मोदी पूर्वी तट की समृद्ध संस्कृति को समेटे 'स्ट्रीट ऑफ द फार ईस्ट' प्रदर्शनी देखी। PM मोदी ने ट्वीट कर प्रदर्शनी में ले जाने के लिये अपने दोस्त पुतिन को धन्यवाद दिया और ये भी लिखा- ''रूस की जीवंत संस्कृति की झलक देखने को मिली, यहां संक्षिप्त बातचीत के दौरान उन खेलों के प्रति उनके जुनून के बारे में पता चला, जो भारत में भी लोकप्रिय हैं।''
वीडियो किया शेयर :
दोनों देशों के बीच हुए 15 अहम समझौते :
रूस दौरे के पहले दिन भारत-रूस शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच कई विषयों पर चर्चा हुई और दोनों देशों के बीच रक्षा से लेकर गगनयान तक 15 अहम समझौते हुए। दोनों देशों ने रक्षा, तकनीक, एनर्जी से लेकर स्पेस मिशन तक अहम समझौते किए। वहीं प्रधानमंत्री जी ने विभिन्न क्षेत्रों में भारत और रूस के बीच साझेदारी की चर्चा करते हुए कहा कि, आज हमारे बीच डिफेंस, न्यूक्लियर एनर्जी, स्पेस, बिजनस टु बिजनस समेत कई क्षेत्रों में सहयोग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए सहमति बनी है।
ये है 15 समझौते :
जॉइंट स्टेटमेंट रीचिंग न्यू हाइट्स ऑफ को-ऑपरेशन थ्रो ट्रस्ट एंड पार्टनरशिप।
जॉइंट स्ट्रेटेजी फॉर द इंनहेंसमेंट ऑफ इंडिया-रशिया ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट्स (भारत-रूस के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त रणनीति।)।
भारत सरकार व रूस सरकार के बीच रूस/सोवियत के सैन्य उपकरणों के कलपुर्जो के निर्माण पर सहयोग का समझौता।
भारत-रूस के बीच ऑडियोविजुअल के सह-उत्पादन में सहयोग पर समझौता।
भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय एवं रूस के परिवहन मंत्रालय के बीच सड़क परिवहन और सड़क उद्योग में द्विपक्षीय सहयोग पर समझौता।
भारत के जहाजरानी मंत्रालय और रूस के परिवहन मंत्रालय के बीच भारत के चेन्नई स्थित बंदरगाह और रूस के व्लादिवोस्तोक स्थित बंदरगाह के बीच समुद्री संचार के विकास पर समझौता।
भारत के वित्त मंत्रालय के केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर व सीमा शुल्क बोर्ड तथा रूस की संघीय सीमा शुल्क सेवा के बीच 2019-2022 में सीमा शुल्क संबंधी उल्लंघनों पर सहयोग के लिए योजना।
रूस के ऊर्जा मंत्रालय और भारत के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के बीच परिवहन के लिए प्राकृतिक गैस के उपयोग पर समझौता।
भारत के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय और रूस के ऊर्जा मंत्रालय के बीच तेल-गैस क्षेत्र में सहयोग पर विस्तार का कार्यक्रम।
रशियन फार ईस्ट में कोकिंग कोयला खनन परियोजनाओं के क्रियांवयन में सहयोग के लिए कोल इंडिया लिमिटेड और फार ईस्ट इनवेस्टमेंट एंड एक्सपोर्ट एजेंसी के बीच समझौता।
निवेश सहयोग के लिए इनवेस्ट इंडिया व रशियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड सहयोग का समझौता।
फेडरेशन ऑफ इंडिया चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) और इंडस्ट्री ऑफ रोसकांग्रेस फाउंडेशन के बीच सहयोग का समझौता।
नई परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए फेडरेशन ऑफ इंडिया चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) और ऑटोनोमस नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन एजेंसी फॉर स्ट्रेटेजिक इनीशिएटिव्स के बीच समझौता।
एलएनजी बिजनेस और एलएनजी सप्लाई के संयुक्त विकास के लिए जॉइंट स्टॉक कंपनी नोवाटेक और पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड के बीच समझौता।
जॉइंट स्टॉक कंपनी रोसजियोलोजिया और स्रेई इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस लिमिटेड के बीच सहयोग पर समझौता।
मोदी जी का रशिया दौरा बहुत स्पेशल :
मोदी जी का रशिया के साथ जो कनेक्शन है वो भी बहुत स्पेशल हैं, क्योंकि जब वह वर्ष 2001 में गुजरात के CM थे, तब अटल बिहारी बाजपेयी जी के साथ यहां आएं थे और 2019 में वे खुद एक प्राइम मिनिस्टर के तौर पर दोबारा रशिया गए। वैसे ये बात भी कितनी अजीब है कि, पिछले 20 सालों में इंडिया के 3 मेजर प्राइम मिनिस्टर (अटल बिहारी बाजपेयी, डॉ.मनमोहन सिंह और फिर नरेंद्र मोदी) रूस गए, लेकिन यहां वर्ष 2019 में मोदी जी जब यहां पहुंचे तो इन्हें रूस द्वारा हाइएस्ट सिविलियन अवॉर्ड, जिस तरीके से हमारे देश में भारत रत्न अवार्ड हैं, वैसे ही रूस में 'द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल' है और इसी अवॉर्ड से मोदी जी सम्मानित होंगे। ये सम्मान उन्हें भारत-रूस के रिश्तों को मजबूत व विशेष रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए दिया जाएगा, जिसकी घोषणा इस साल अप्रैल में हुई थी।
रूस में PM मोदी को आई पूर्व PM की याद :
जब मोदी जी यहां संयुक्त प्रेस वार्ता कर रहे थे तब उन्हें वर्ष 2001 की बात याद आ गई, उन्होंने इसकी कुछ फोटों भी ट्वीट कीं, जिसमें मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी और राष्ट्रपति पुतिन के पीछे खड़े नजर आ रहे हैं, हालांकि एक फोटों में वह वाजपेयी जी के बगल में बैठे हैं और दूसरी तरफ राष्ट्रपति पुतिन बैठे हैं।
रूस दौरे के दूसरे दिन EEF को किया संबोधित :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रूस दौरे के दूसरे दिन 5 सितंबर को व्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम (EEF) को संबोधित किया और कहा- हमारा भारत सुदूर पूर्व के विकास के लिए 1 बिलियन डॉलर (करीब 72 हजार करोड़ रुपए) देगा। भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी आर्थिक कूटनीति के नए आयाम स्थापित करेगी। भारत कदम से कदम मिलाकर रूस के साथ चलना चाहता है। भारत में हम सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं, 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
11 गवर्नर्स को भारत आने का आमंत्रण :
इस दौरान PM मोदी ने रूस के इस पूर्वी हिस्से के सभी 11 गवर्नरों को भारत आने का भी आमंत्रण दिया है। मोदी जी ने यह भी कहा कि, भारत और रूस के बीच दिल का रिश्ता है, आगे बोले रूस की विविधता से बेहद प्रभावित हूँ। आज दोनों देशो के संबंध ऐतिहासिक मुकाम पर हैं और भारत-रूस मिलकर स्पेस की दूरियां पार करेंगे एवं समंदर की गहराइयों को मापेंगे, बहुत ही जल्द चेन्नई और व्लादिवोस्तोक के बीच शिप चलेंगे। EEF में मुख्य अतिथि रहे मोदी जी ने कहा- दोनों देश एक-दूसरे के निवेश बढ़ाएंगे।
फोटो सेशन के दौरान मोदी का अनोखा अंदाज :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने EEF की बैठक के दौरान एक अनोखा व एक बार फिर विदेश में अपनी सादगी की मिसाल पेश की है, दरअसल यहां फोटो सेशन के दौरान मोदी जी के लिए खासतौर पर अलग से सोफा रखाया था और बाकीयों के लिए कुर्सियां थीं, लेकिन PM मोदी ने सोफे पर बैठने से इंकार कर दिया एवं इसके बाद अफसरों से कुर्सी मंगवाई गई। भारत के रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने ट्विटर अकाउंट से ये वीडियो भी शेयर किया हैं।
इन नेताओं से भी मिले मोदी :
PM नरेंद्र मोदी ने रूस दौरे के दौरान मलेशिया के PM महाथिर बिन मोहम्मद से मुलाकात की, इसके आलावा जापान के PM शिंजो आबे के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता हुई। बताते चले कि, पिछले पांच सालों में अंतरराष्ट्रीय नेता बनकर उभरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले माह में ही यूएई के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'ऑर्डर ऑफ जायद' से सम्मानित किया गया था, इसके अलावा वे अमेरिका में भी सम्मानित होने वाले हैं
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