राज एक्सप्रेस । केंद्र की सत्ता से नरेंद्र मोदी और भाजपा को उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ पटना में विपक्षी दलों की बैठक की शुरुआत सीएम नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर शुरू हो गई है। इस बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। बैठक में शामिल होने के लिए अधिकांश नेता कल 22 जून को ही पटना पहुंच चुके हैं, जबकि शरद पवार और उद्धव ठाकरे आज आने वाले हैं इस बीच, बिहार के मंत्री विजय चौधरी ने स्पष्ट कर दिया किया है कि बैठक में सीट शेयरिंग, पीएम चेहरे और अध्यादेश के मुद्दे पर चर्चा नहीं की जाएगी। इस मुद्दे पर आप के तेवर सख्त हो गए हैं। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती कल सुबह ही पटना पहुंच गई हैं। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी कल शाम को करीब 4.30 बजे पहुंची। ममता बनर्जी पटना पहुंचने के बाद सीधे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात करने उनके आवास 10, सर्कुलर रोड चली गईं। उनके कार्यक्रम के अनुसार वह आज होने वाली बैठक में हिस्सा लेने के बाद आज ही शाम को 4 बजे कोलकाता लौट जाएंगी।
ममता के पहले आप संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी कल ही पटना पहुंच गए थे। इस बीच, आप ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर विपक्षी दल अध्यादेश का विरोध करने पर सहमत नहीं हुए तो आप का विपक्षी गठबंधन का सिस्सा बने रहना कठिन। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला, भाकपा महासचिव डी राजा और भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य कल ही पटना पहुंच चुके हैं।
विपक्षी दलों की बैठक में करीब 18 दलों के नेता हिस्सा लेकर शक्ति प्रदर्शन करेंगे। तेलंगाना सीएम केसीआर, ओडिशा सीएम नवीन पटनायक, आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी और जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने स्पष्ट रूप से बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है। बैठक में आरएलडी चीफ जयंत चौधरी को भी शामिल होना था, लेकिन पूर्व निर्धारित पारिवारिक कार्यक्रम कारणों से उन्होंने खबर भेजी है कि वह विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। जयंत चौधरी ने नीतीश कुमार को बैठक की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
बैठक के मद्देनजर नीतीश कुमार के सरकारी आवास एक, अणे मार्ग के चारों तरफ सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उनके आवास तक जाने वाले सभी सडक़ मार्ग पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। पुलिस और प्रशासन के लोगों के अलावा किसी के भी उस मार्ग पर जाने पर रोक लगा दी गई है। विपक्षी दलों के बड़े नेता जो पटना आ रहे हैं, उनमें से ज्यादातर नेताओं को जेडप्लस सुरक्षा मिली हुई है। इसी कारण से बिहार पुलिस इस बात को सुनिश्चित कर रही है कि उनकी सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई यह बैठक दिल मिले न मिले, हाथ मिलाते रहिए की कहावत को चरितार्थ करती है। उल्लेखनीय है कि बसपा सुप्रीमो मायावती को इस बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है।
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