राज एक्सप्रेस। बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने आयोध्या मामले में अपना फैसला सुना दिया है। देशवासियों ने आपत्ति उठाए बिना सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार लिया है। कोर्ट ने केंद्र और उत्तरप्रदेश सरकार को राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने के लिए तीन महीने का समय दिया है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कयास लगाए जाने लगे हैं कि सोमनाथ की तरह ही आयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा।
बता दें 1951 में गुजरात में चैरिटेबल ट्रस्ट बनाकर सोमनाथ मंदिर का निर्माण किया गया था। उसी तरह अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट का गठन किया जाएगा। इस ट्रस्ट में सरकारी प्रतिनिधि और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे संघ परिवार के संगठनों के लोग शामिल हो सकते हैं। उम्मीद ये भी जताई जा रही हैं कि राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन एक हफ्ते में होना है।
बतौर मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमनाथ मंदिर की देखरेख में अहम भूमिका निभाई थी।
बरसों का विवाद अब सुलझा
बाबरी मस्जिद- रामजन्म भूमि का विवाद बरसों से चला आ रहा था। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए आखिरकार मामले पर अंकुश लगा दिया । सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए राम मंदिर विवादित स्थल पर बनाने की अनुमति दी, वहीं सुन्नी वक्फ़ बोर्ड को मस्जिद बनाने के लिए आयोध्या में अलग से 5 एकड़ जमीन दी है।
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