लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से लगी नेपाल सीमा (Nepal Border) से सुरक्षा व आवागमन की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लोक निर्माण विभाग द्वारा इण्डो-नेपाल बार्डर (Indo-Nepal Border) मार्ग निर्माण परियोजना के तहत बारह में नौ कार्य पूरे हो गये हैं। जिसके तहत लखीमपुर-खीरी (Lakhimpur-Kheri) व श्रावस्ती (Shravasti) में 02-02, बहराईच (Bahraich), पीलीभीत (Pilibhit), बलरामपुर (Balrampur), सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) व महाराजगंज (Maharajganj) में 01-01 कार्य पूर्ण हो गये हैं।
सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) में 02 कार्य व महाराजगंज (Maharajganj) में 01 कार्य प्रगति पर है जो अगले दिसम्बर तक पूरे कर दिये जायेंगे। इन कार्यों हेतु भारत सरकार (Government of India) से 713.99 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुयी, जिसके सापेक्ष रू. 711.20 करोड़ की धनराशि व्यय की जा चुकी है।
लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष पी.के. सक्सेना (P.K. Saxena) से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत सरकार (Government of India) द्वारा वर्ष 2017-18 तक रू. 582.49 करोड़ की धनराशि राज्य सरकार को उपलब्ध करायी गयी, वर्ष 2018-19 में रू. 50 करोड़, वर्ष 2019-20 में रू. 18.30 करोड़, वर्ष 2020-21 में रू. 43.20 करोड़, वर्ष 2021-22 में रू. 20 करोड़ का आवंटन विभाग को सीधे निर्गत किया गया है। सभी परियोजनाओं की लागत 1039.14 करोड़ है।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि अवशेष कार्यों को निर्धारित तिथि तक अनिवार्य रूप से पूरा कराया जाना सुनिश्चित किया जाय।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।