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Pathaan Movie: जानिए क्या अच्छा और क्या बुरा है फिल्म में....

Pathaan Review: इस साल की पहली सबसे बड़ी और शाहरुख खान की कमबैक फिल्म पठान आज दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है।जानिए क्या अच्छा और क्या बुरा है पठान में।

Akash Dewani

Pathaan Review: इस साल की पहली सबसे बड़ी और शाहरुख खान की कमबैक फिल्म पठान आज दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। भारी विरोध और प्रदर्शन के बीच पठान मूवी रिलीज हो गई है। "पठान" का अगर एक शब्द में रिव्यू किया जाए तो वह एक शब्द होगा ’जबरदस्त’। फ़िल्म एक्शन और डायलॉगबाजी से भरपूर है, जो आपको अपनी कुर्सी की पेटी बांध कर रखने के लिये मजबूर कर देती है। फिल्म में देश के भाईजान सलमान खान का कैमियो भी है, जिसने लोगो को अपनी सीट से उठकर सीटियां बजाने के लिये मजबूर कर दिया है। लेकिन जैसा कि कहा जाता है कोई भी चीज कभी पूरी तरीके से उत्तम या सही नहीं होती वैसे ही पठान मूवी के अंदर भी अच्छाई के साथ कुछ खामियां भी हैं।

फिल्म की अच्छाई

बैकग्राउंड म्यूजिक (BGM): फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक बहुत ही शानदार है। हर एक सीन के लिए अलग म्यूजिक डाला गया है। एक्शन सीन के अंदर जो BGM को डाला गया है उसने फिल्म को बांधे रखा और फिल्म देख रहे व्यक्ति के मन में आगे के सीन के लिए उत्तेजना को बढ़ाया है। फिल्म के अच्छे प्रदर्शन के लिए BGM महत्वपूर्ण होता है, जिसमे पठान ने बाजी मारी। पठान के BGM को संचित बल्हारा और अंकित बल्हारा ने कंपोज किया है।

एक्शन (Action): फिल्म में एक्शन भरपूर है। हर 10–15 में एक एक्शन सीन देखने को मिलता है, जिसे काफी अच्छी तरीके से फिल्माया गया है। हाथो से लड़े जाने वाले सीन की कोरियोग्राफी काफी शानदार थी। एक्शन सीन के पीछे का बीजीएम दिल की धड़कनों को बढ़ाता जाता हैं। जॉन और शाहरुख की जो भी भिड़ंत हाथों से लड़ी गई है वो काफी सटीक और यथार्थ है।

डायलॉग (Dialogue): फिल्म में देशभक्ति के डायलॉग भी रखे गए है जिसे सुनकर काफी अच्छा लगता है और साथ ही कहीं रोना भी आता है, क्योंकि इसमें कई डायलॉग ऐसे भी जिसमे हमारे जवानों की संघर्ष से भरी जिंदगी की व्याख्या की है। शाहरुख के डायलॉग को आप सिनेमा हॉल से निकलने के बाद दोहराने से खुद को रोक नहीं पाएंगे।

एक्टिंग (Acting): फिल्म मुख्यतौर पर 3 किरदारों पर केंद्रित है, जिसके बारे में सभी लोग वाकिफ थे। शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण ने काफी जोरदार परफॉर्मेंस दी है। जॉन अब्राहम को हम विलन के रोल में पहली बार नहीं देख रहे है। जॉन ने ऐसे सीरियस रोल करने में महारथ हासिल कर ली है। सभी एक्टर्स ने दमदार परफॉर्मेस दी है। डिंपल कपाड़िया को देखकर भी काफी अच्छा लगता है। उन्होंने भी काफी अच्छा अभिनय किया है।

फिल्म की खामियां

कॉमेडी (Comedy): फिल्म में कुछ जगहों पर कॉमेडी करने की कोशिश की गई है, जो कि काफी एवरेज सी लग रही थी। पुराने मीम वाले डायलॉग्स के जरिए कॉमेडी करने की कोशिश की जाती है। फिल्म में कॉमेडी कई जगह बचकानी लगी।

क्लाइमैक्स (Climax): फिल्म की कहानी अच्छी है लेकिन फिल्म का क्लाइमैक्स काफी हल्का है। जिस स्तर पर फ़िल्म शुरू हुई थी, उसके हिसाब से क्लाइमैक्स में और ज्यादा गहराई होनी चाहिये थी।

वीएफएक्स (VFX): इस फ़िल्म का वीएफएक्स इसकी सबसे कमजोर कड़ी है, जितने भी सीन में वीएफएक्स या सीजीआई का इस्तेमाल किया गया है, वह काफी नकली लग रहे है। हाथो द्वारा किया गया एक्शन सराहनीय है, लेकिन फिल्म में हेलीकॉप्टर, हवाईजहाज, धमाकों आदि का वीएफएक्स काफी निम्न स्तर का लगा।

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