मनोरंजन जगत से हाल ही में एक बुरी खबर आई है। खबर है कि, जाने-माने पटकथा लेखक, संवाद लेखक और निर्देशक सागर सरहदी का निधन हो गया है। फिल्म इंडस्ट्री में उनकी गिनती बेहतरीन कहानीकारों में होती है। आखिरी दिनों में उन्होंने खाना-पीना भी छोड़ दिया था। उन्होंने मुम्बई में सायन इलाके में अपने घर में आखिरी सांस ली, सागर 88 साल के थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें हार्ट प्रॉब्लम की वजह से मुंबई के हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था।
काफी समय से थे बीमार:
सागर सरहदी का कल रात को लंबी बीमारी के बाद हुआ निधन। आखिरी दिनों में उन्होंने खाना-पीना भी छोड़ दिया था। उन्होंने मुंबई में सायन इलाके में अपने घर में ली आखिरी सांस। सागर 88 साल के थे। आज सुबह 11 से 12 बजे के बीच सागर सरहदी का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अशोक पंडित ने जताया शोक:
सागर सरहदी के निधन के बाद फिल्मकार अशोक पंडित ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि, "जानकर दुख हुआ कि, मशहूर लेखक-निर्देशक सागर सरहदी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्होंने कई शानदार फिल्मों कभी कभी, नूरी, चांदनी, दूसरा आदमी और सिलसिला की कहानी लिखी। उन्होंने फिल्म बाजार को लिखा और निर्देशन किया। फिल्म इंडस्ट्री के लिए यह बहुत बड़ा नुकसान है।"
इन फिल्मों के लिए लिखी स्क्रिप्ट:
बता दें कि, सागर सरहदी की गिनती हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के बेहतरीन कहानीकारों में होती है। सागर सरहदी अमिताभ बच्चन की फिल्म कभी कभी का स्क्रीनप्ले और डायलॉग लिख चुके हैं। अपने लंबे करियर में सागर सरहदी ने 'नूरी', 'बाजार', 'कभी कभी', 'सिलसिला', 'चांदनी', 'दीवाना' और 'कहो ना प्यार है' जैसी शानदार फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखी थी। सागर सरहदी का असली नाम गंगा सागर तलवार था और उनका जन्म आज के पाकिस्तान के एबटाबाद में 1933 में हुआ था। वक्त के साथ सागर सरहदी का रुझान थिएटर की ओर हुआ और वह इप्टा से जुड़ गए।
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