सीबीएफसी लोगो और सर्टिफिकेट डिजाइन  Pankaj Baraiya - RE
मनोरंजन

सीबीएफसी को मिला नया लोगो और सर्टिफिकेट डिजाइन

केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड यानी सेंट्रल बोर्ड ऑफ यानी सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) को नया लोगो और सर्टिफिकेट डिजाइन मिल गया है। यह लोगो पहले के हिसाब से काफी अलग है।

Sudha Choubey

राज एक्सप्रेस। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड यानी सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) का लोगो अब बदल गया है। नए लोगो को मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लॉन्च किया।

कैसा है नया लोगो :

लॉन्च हुए इस नए सर्टिफिकेट में फिल्म का नाम, तारीख, ड्यूरेशन, फिल्म टाइप, पैनल सदस्यों के नाम और निर्माता का नाम लिखा जाएगा। वहीं सर्टिफिकेट पर एक क्यूआर कोड भी है, जिससे कई तरह की जानकारी हासिल की जा सकती है। इस डिजाइन को नेशनल सेक्योरिटीज़ डिपोसिट्री लिमिटेड की टेक्निकल सपोर्ट टीम के साथ मिल कर डिजाइनर रोहित देवगन ने तैयार किया है।

प्रसून जोशी का कहना :

इस दौरान वहां केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी भी मौजूद रहे। नए लोगो और सर्टिफिकेट को लेकर सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी काफी उत्साहित हैं। प्रसून का कहना है कि, नए लोगो का डिजाइन भविष्य को सोच कर किया गया है। यह आज की डिजिटल दुनिया के लिए एकदम परफेक्ट बैठता है।

क्यूआर कोड को लेकर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा :

लोगो को लॉन्च करते समय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने क्यूआर कोड को लेकर कहा कि, "नए सर्टिफिकेट पर क्यूआर कोड छापना दुनिया की डिजिटल तकनीक से तालमेल बिठाना है। इससे अधिक पारदर्शिता आएगी और फिल्म निर्माताओं को बेहतर तरीके से जानकारी मिलेगी।" उन्होंने यह भी कहा कि, केंद्र सरकार पायरेसी से निपटने के लिए सिनेमाटोग्राफी ऐक्ट में संशोधन करने जा रही है। पहले हमने कलाकारों के हक को महफूज़ रखने के लिए कॉपिराइट एक्ट में बदलाव किया। अब हम पायरेसी को खत्म करने के लिए सिनेमाटोग्राफी एक्ट में बदलाव करने जा रहे हैं।

तरण आदर्श ने लोगो किया शेयर :

फिल्म क्रिटिक्स तरण आदर्श ने सीबीएफसी बोर्ड का लोगो को अपने ऑफिशियली ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है।

बड़ी हस्तियां रही मौजूद :

लॉन्चिंग के मौके पर बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियां कंगना रनौत, विद्या बालन, सिद्धार्थ रॉय कपूर, एकता कपूर, मधुर भंडारकर, सुधीर मिश्रा, साजिद नाडियाडवाला, बोनी कपूर मौजूद रहे।

सेंसर बोर्ड (CBFC Board) क्या है:

फिल्म प्रमाणन बोर्ड एक ऐसी वैधानिक संस्था है, जो सूचना प्रसारण मंत्रालय के अंतरगर्त आता है। ये बोर्ड हमारे देश के फिल्मों को उसके कंटेन के हिसाब से सर्टिफिकेट देने का काम करता है। ये सिनेमेटोग्राफी 1952 के तहत आने वाले प्रावधान के हिसाब से फिल्मों को रिलीज करने के लिए सर्टिफिकेट देता है और हमारे देश में जितनी भी फिल्में बनती है, उन्हें रिलीज होने से पहले सेंसर बोर्ड को दिखाया जाता है, उसके बाद ही फिल्म को रिलीज किया जाता है। सेंसर बोर्ड किसी फिल्म को सर्टिफिकट देने के लिए 68 दिनों का समय ले सकता है।

सिर्टिफिकेट की 4 कैटगरी:

फिल्मों को उनके डाटा के अनुसार उन्हें 4 कैटेगरी में बांटा जाता है-

1. U (Unrestricted Public Exhibition) अनिर्बंधित: इस सर्टिफिकेट का मतलब होता है, इसे छोटे बड़े उम्र सभी वर्ग के व्यक्ति देख सकते हैं।

2. U/A (Unrestricted Public Exhibition Subject to Parental Guidance for Children Below the age of twelve): यह 12 साल से छोटे बच्चों के लिए नहीं रहती। यह फिल्म बच्चे अपने परिवार यानी माता-पिता के साथ देख सकते हैं।

3. A (Restricted to adults) व्यस्क: यह फिल्म 18 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों के लिए होता है।

4. S (Restricted to any Special class of persons) विशेष: यह सिर्टिफिकेट किसी विशेष व्यक्ति के लिए होता है (जैसे- टीचर, डॉक्टर, इंजीनियर आदि)

CBFC (सीबीएफसी) बोर्ड का उद्देश्य:

सीबीएफसी का उद्देश्य देश की आम जनता को अच्छा मनोरंजन प्रदान करना है। प्रमाणन की प्रक्रिया को आमतौर पर बहुत पारदर्शी रखा जाता है। कोई भी फिल्म चाहे वह भारतीय हो या विदेशी, प्रदर्शित की जाने से पहले CBFC के द्वारा प्रमाणित होना जरूर है। साथ ही कार्यशालाओं और बैठकों, सलाहकार पैनल के सदस्यों के द्वारा, मीडिया और फिल्म निर्माताओं के बीच वर्तमान रुझान के दिशा-निर्देश के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना है।

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